जिन्हें रांची आने से रोका वही युवा सीएम हेमंत का सिंहासन उखाड़ फेंकेंगे

|

Share:


Ranchi: भारतीय जनता पार्टी ने हेमंत सोरेन सरकार पर रोजगार के मोर्चे पर सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए आक्रोश रैली का आयोजन किया है. रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में हजारों की संख्या में लोग जुटे हैं.

इस दौरान एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल है जिसमें बाबूलाल मरांडी एक पुलिस अधिकारी के साथ बहस करते नजर आ रहे हैं. मोरहाबादी मैदान की ओर जाने से रोकने की कोशिश कर रहे पुलिस अधिकारी से बाबूलाल मरांडी कहते नजर आ रहे हैं कि मैं क्यों नहीं जा सकता. हालांकि, थोड़ी सी बातचीत के बाद अधिकारी ने बाबूलाल मरांडी को भीतर जाने दिया.

इस वीडियो को ट्वीट करते हुए बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि आज तक कहीं भी कंटीले तार केवल 2 जगह इस्तेमाल हुए हैं.

देश की सीमा पर और दूसरा वन प्राणियों की सुरक्षा के लिए. ये पहली बार है कि बेरोजगार युवाओं को रोकने के लिए कंटीले तार लगाए गए हैं. ऐसा न तो पहले किसी ने देखा है और ना ही किसी ने सुना है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार में बैठे लोग अपनी सुरक्षा कंटीले तारों से कर रहे हैं. ये अमानवीय, शर्मनाक और निंदनीय है.

बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया है कि राज्य के सारे थानों को परसों से ही निर्देश दिए जा रहे  हैं कि छात्रों को रोकना है. उन्हें रांची नहीं आने देना है. बेरोजगार युवा और छात्र कोई गोला-बारूद लेकर नहीं आ रहे हैं. वे सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त करने आ रहे हैं.

प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि ऐसे अमानवीय साधनों का इस्तेमाल करना. छात्रों को आने से रोकना. पुलिस शक्ति का दुरुपयोग कर ऐसा तुगलकी फरमान जारी करना. ये भी पहले कहीं नहीं सुना गया.

 

Tags:

Latest Updates