हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र कभी कांग्रेस के दबदबे की सीट रही ही नहीं. 1952 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में इस लोकसभा सीट का नाम हजारीबाग वेस्ट था. यहां से रामनारायण सिंह छोटा नागपुर संथाल परगना जनता पार्टी से जीत हासिल की थी. 1952 के लोकसभा चुनाव में रामनारायण सिंह को कुल 57 फीसदी वोट मिले थे. जबकि दूसरे नंबर पर झानी राम थे, जो भारतीय कांग्रेस से चुनाव लड़े थे. इन्हें कुल 35.5 फीसदी वोट मिले थे. सोशलिस्ट पार्टी के शिव मंगल प्रसाद को 7.5 फीसदी वोट मिले थे.
1952 में ही यहां दोबारा लोकसभा चुनाव हुए. 1952 में हुए इस चुनाव में इस लोकसभा सीट का नाम पलामू कम हजारीबाग कम रांची लोकसभा सीट रखा गया. इस बार यहां से कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की. यहां से जीतन खरवार ने जीत दर्ज की. कांग्रेस को कुल 38 फीसदी वोट मिले. जबकि जनता पार्टी को 15.2, झारखंड पार्टी को 15 फीसदी और छोटा नागपुर संथाल परगना जनता पार्टी को 11 फीसदी वोट मिले.
हज़ारीबाग लोकसभा क्षेत्र झारखंड राज्य के 14 लोकसभा क्षेत्रों में से एक है. यहाँ की लोकसभा सीट सामान्य श्रेणी में आती है.
इसमें हज़ारीबाग जिले का कुछ हिस्सा और पूरा रामगढ़ जिला शामिल है. यहाँ की साक्षरता दर 60.19% है.
अब बात करते हैं यहाँ के वोटरों की. 2011 की जनगणना के अनुसार, हज़ारीबाग में अनुसूचित जाति (SC) के करीब 15.3% यानी 261,701 वोटर हैं, और अनुसूचित जनजाति (ST) के लगभग 12.8% यानी 218,940 वोटर हैं. मुस्लिम वोटर यहाँ 18% हैं, जो कि 307,131 के करीब है.
यहाँ के ग्रामीण वोटर लगभग 70.7% यानी 1,209,299 हैं, और शहरी वोटर 29.3% यानी 501,166 हैं.
2019 के लोकसभा चुनाव में हजारीबाग की कुल वोटर संख्या थी 17,10,465, और कुल मतदान केंद्र थे 2278. यहाँ की वोटर टर्नआउट 64.7% रही थी. वहीँ, 2019 के विधानसभा चुनाव में वोटर टर्नआउट 63.3% थी.
इस सीट से 2009 में भाजपा की टिकट से यशवंत सिन्हा फिर 2014 और 2019 में उनके बेटे जयंत सिन्हा को जीत हासिल हुई. 2024 में हज़ारीबाग से भाजपा के तरफ से मनीष जायसवाल कांग्रेस की तरफ से जेपी पटेल और JBKSS से संजय मेहता चुनाव लड़ रहे हैं.