झारखंड में मानसून सत्र की शुरुआत आज धरने और प्रदर्शन के साथ हुई. राज्य की विपक्षी पार्टी भाजपा ने सदन के बाहर हेमंत सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन कर राज्य की विधि व्यवस्था पर सवाल उठाए. भाजपा ने हेमंत सोरेन सरकार को इस्तीफा देकर जनता से माफी मांगने की बात कही. विपक्ष ने तो सरकार से सवाल किया ही लेकिन सत्ता दल के कांग्रेसी विधायको ने भी लॉ एंड ऑर्डर को लेकर इस बार हेमंत सोरेन को घेरे में लिया है.
आज सदन के पहले दिन भाजपा के विधायकों ने विधानसभा के बाहर पोस्टर और बैनर लेकर राज्य की हेमंत सोरेन की सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. बैनर और पोस्टरों में भाजपा विधायकों ने लिखा-
आदिवासियों की हत्यारी,बलात्कारी हेमंत सरकार गद्दी छोड़ो
सुभाष मुंडा के हत्यारों की सीबीआई जांच कराओ
सुभाष मुंडा के हत्यारों को फांसी दो
बता दे कि भाजपा सचेतक बिरंची नारायण ने सदन के बाहर कहा कि राज्य की क्या कहें, राजधानी रांची की भी कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है.राज्य के आदिवासी मुख्यमंत्री के शासन में आदिवासियों की हत्या की जा रही है. दो दिन पहले सुभाष मुंडा की हत्या कर दी गयी. एक दिन पहले अजय मुंडा, जो आजसू के नेता हैं, उन पर गोली चलायी गयी.
वहीं चंदनक्यारी से बीजेपी विधायक अमर बाउरी ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर झारखंड का आज सबसे बड़ा मुद्दा बन गया है. जिस तरह से सुभाष मुंडा की हत्या की गयी है, सरिया की एक महिला को निर्वस्त्र कर पीटा गया और उसे रात भर पेड़ से बांधकर रखा गया. पाकुड़ में जिस तरह आदिवासियों से दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं. जिस दिन से यह सरकार सत्ता में आयी है, तब से ऐसी घटनाएं बढ़ीं हैं. इससे पूरा झारखंड शर्मसार है. अमर बाउरी ने कहा कि इसलिए इस सरकार को सत्ता छोड़कर जनता से माफी मांगनी चाहिए.
वहीं बाघमारा से बीजेपी विधायक ढुल्लू महतो ने भी कहा कि पूरे देश में सबसे खराब लॉ एंड ऑर्डर झारखंड की है.
जहां विपक्ष राज्य के लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सरकार पर सवाल उठा रही है तो वहीं सत्ता पक्ष के भी कुछ विधायक अपनी ही सरकार के लॉ एंड ऑर्डर से नाखुश नजर आए. बेरमो से कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने भी सुभाष मुंडा के हत्या की सीबीआई जांच की मांग की है.
राजधानी सहित राज्य की विधि-व्यवस्था पर सत्ता पक्ष के कांग्रेसी विधायकों ने भी चिंता जतायी है. विधायकों का कहना है कि राज्य में खासकर रांची की विधि-व्यवस्था चिंताजनक हो गयी है. मुख्यमंत्री को इस पर तत्काल पहल करनी चाहिए. इसके साथ ही कांग्रेस विधायकों ने विधि-व्यवस्था के हालात पर खुल कर नाराजगी जाहिर की. विधायकों ने यहां तक कहा कि सरकार हमारे बॉडीगार्ड वापस लेले, लेकिन जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करे.
वहीं सत्ता पक्ष के दो मंत्रियों ने राज्य में हो रही हत्याओं को आम बताया है. हेमंत कैबिनेट के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने पत्रकारों से कहा कि हत्याएं और अपराध किस राज्य में नहीं होती है. वहीं खेल मंत्री हफीजुल हसन ने भी साफ तौर पर कहा कि हत्याएं तो होती रहती है, कोई मशीन नहीं है जो पहले ही पता लगा लिया जाए. आपको बता दें कि झारखंड विधानसभा के मॉनसून सत्र की आज हंगामेदार शुरुआत रही. सदन शुरु होने के साथ ही भाजपा विधायकों ने हेमंत सरकार को लॉ एण्ड ऑडर के मसले पर जमकर घेरा. जाहिर है आज मॉनसून सत्र के शुरुआत से ही यह बात साफ हो गई है कि हेमंत सोरेन को लॉ एण्ड ऑडर, 1932, मॉब लिंचिग जैसे कई संवेदनशील विषयों पर भाजपा के विरोध का सामना करना पड़ेगा. बाकि 31 जुलाई को झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का दुसरा दिन रखा गया है. अब देखना ये होगा कि तब तक भाजपा के विधायक दल के नेता कौन होते हैं, और साथ ही झामुमो भाजपा के विरोध का किस हद तक सामना कर पाती है.