हेमंत कैबिनेट के ग्रामीण विकास मंत्री और जामताड़ा से कांग्रेस विधायक डॉ इरफान अंसारी. एक बार फिर अपने बयान को लेकर विवादों में घिर चुके हैं. इरफान अंसारी ने जामताड़ा से भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन के लिए ओछी बात कह दी है. अगर आप इरफान अंसारी के बयान को सुनेंगे कि आप भी सकते में पड़ जाएंगे .
सीता सोरेन को कहा रिजेक्टेड माल
मीडिया से बात करते हुए इरफान अंसारी ने सीता सोरेन के बारे में इरफान ने कहा वो रिजेक्टेड माल है.उन्होंने सीता सोरेन को कमत्तर आंकते हुए कहा कि वैसे प्रत्याशी जिनको मैं हरा चुका हूं. उनको मैं कहूंगा ये लड़ने का टाइम है. लड़िए नहीं तो भाजपा समाप्त कर देगी. भाजपा खोखला कर देगी आपको.मैं चुनौती देता हूं आपको साथ लड़ने में मजा आता है. लेकिन मुझे बोरो खिलाड़ी चाहिए.
इरफान अंसारी हेमंत कैबिनेट के मंत्री, जामताड़ा से विधायक हैं और क्लेम करते हैं कि उन्होंने डॉक्टरी की पढ़ाई की है. इस हिसाब से देखा जाए तो इरफान अंसारी की गिनती पूरे हेमंत कैबिनेट में सबसे अधिक पढ़े-लिखे मंत्री में होती है. लेकिन इरफान अंसारी की डिग्रियां किस काम की रह जाती हैं जब वो किसी महिला की इज्जत करना नहीं जानते ,उन्हें बोलने का सलीका नहीं है. इरफआन अंसारी ने ऐसी ओछी भाषा का इस्तेमाल उस महिला के लिए किया है जो झारखँड आंदोलनकारी स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की पत्नी. बात सिर्फ सीता सोरेन की नहीं है इरफान अंसारी के बयान से ये तो साफ हो चुका है कि उनके नजर में महिलाओं की को खास इज्जत नहीं है. जब वो एक पूर्व विधायक को लिए ऐसे अपशब्द का इस्तेमाल कर सकते हैं तो राज्य की आम महिलाओं के लिए उनका नजरिया कैसा होगा.
भाजपा ने दी प्रतिक्रिया
अब भाजपा झारखंड ने इरफान अंसारी के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा है- शर्म करो INDI गठबंधन! कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी का भाजपा नेत्री और स्वर्गीय दुर्गा सोरेन जी की धर्मपत्नी श्रीमती सीता सोरेन जी को “रिजेक्टेड माल” कहना INDI गठबंधन के घटिया संस्कारों को दर्शाता है। अब आप ही सोचिए कि ये ठगबंधन वाले अगर महिलाओं के लिए इस तरह के शब्द उपयोग करते हुए नहीं सोचते तो इनकी मानसिकता कितनी गिरी हुई होगी।
आपको बता दें कि यह कोई पहली बार नहीं है जब इरफान अंसारी ने कोई विवादित बयान दिया हो इरफान अंसारी राज्य भर में अपने विवादित बयानों को लेकर ही ज्यादा चर्चा में बने रहते हैं. एक बार उन्होंने राज्य के आदिवासियों पर भी सवाल उठाया था.
आदिवासियों के काबिलियत पर उठाया था सवाल
झारखंड विधानसभा की कार्रवाई के दौरान इरफान अंसारी ने कहा था कि बाबूलाल जी इतना तेज कैसे हो गये हैं। हमको समझ में नहीं आता है। आप एक आदिवासी नेता हैं। आदिवासी इतना तेज कैसे हो सकता है। इरफान अंसारी ने आदिवासियों के काबिलियत पर खुले विधानसभा में ही सवाल उठा दिया था.
डॉ. इरफान अंसारी यहीं नहीं रुके उन्होंने हिंदुओं की भावनाओं को भी आहत करने की कोशिश की.एक बार गिरिडीह के गांडेय की चुनावी सभाओं में इरफान अंसारी ने हेमंत सोरेन को राम और खुद को उनका हनुमान बताया था। इरफान सोरेन ने सभा में यहां तक कहा कि नकली रामभक्तों की साजिश का शिकार हेमंत सोरेन हुए। उन्हें षड्यंत्र कर फंसाया गया।
पीएम मोदी पर किया था जुबानी हमला
इरफान अंसारी न केवल झारखंड भाजपा के नेताओं को टारगेट कर रहे उन्होंने पीएम मोदी तक को नहीं छोड़ा. लोकसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कहा था प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी को ‘कोदो कूटेंगे’. ग्रामीण भाषा में इस शब्द का मतलब सरे आम मारना और बेइज्जत करना होता है. इरफान अंसारी ने देश के प्रधानमंत्री के लिए भी इतनी निचली स्तर की बाते की.
इरफान अंसारी ने यह भी कह दिया है कि बांग्लादेश के लोग नहीं, बीजेपी के समर्थक ‘सबसे बड़े घुसपैठिए’ हैं. अपने देश के लोगों को ही उन्होंने घुसपैठिया बना दिया.
राजनीति में कंपीटिशन होना चाहिए,लेकिन हेल्थी कंपीटीशन हो. खुद को ऊंचा बताने के लिए किसी को नीचा दिखाना ,इस हद तक गिर जाना बेहद ही शर्मनाक है.