आपने भगवान को देखा तो नहीं होगा लेकिन इस खबर से आपको यकीन हो जाएगा कि भगवान के फरिश्ते होते हैं और मुसीबत के समय वे सामने आकर आपकी मदद करते हैं. घटना शनिवार की है जब रांची से इंडिगो का विमान दिल्ली जाने के लिए उड़ान भर चुका था. विमान 30 हजार फिट की उंचाई पर पहुंच चुका था. तभी विमान में एक 6 महीने के बच्चे की तबीयत अचानक बिगड़ने लगती है. बच्चे की कंडीशन क्रिटिकल होने लगी.
इसको लेकर विमान में मेडिकल हेल्प के लिए अनाउंसमेंट किया गया. ऐसे अनाउंसमेंट अमूमन तब किए जाते हैं जब विमान में किसी यात्री के तबीयत अचानक बिगड़ जाती है. मुख्यत ऐसा इस लिए किया जाता है ताकि अगर विमान में कोई डॉक्टर सफर कर रहा हो तो बीमार यात्री की सहायता की जा सके.
रांची से दिल्ली जा रहे इस विमान में जब अनाउंसमेंट किया गया तब फरिश्ते के रुप में मदद के लिए आगे आए आईएएस अधिकारी और झारखंड गवर्नर के मुख्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी और रांची सदर अस्पताल के डॉक्टर मोहम्मद फिरोज. ऐसा बताया जा रहा है कि राज्यपाल के सचिव नितिन मदन कुलकर्णी पूर्व में डॉक्टर भी रहे चुके हैं.
दोनों ने मिलकर बच्चे का प्राथमिक उपचार शुरू किया. फिर बच्चे को सीपीआर दिया गया. जिसके बाद बच्चे की हालत में सुधार हुआ और उसकी जान बचाई जा सकी.
इस पूरे घटना पर नितिन मदन कुलकर्णी ने कहा कि -मैंने वही किया जो मेरी स्थिति में कोई भी करता ,यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि ऐसी किसी भी परिस्थिति में हम समाज का हिस्सा होने के नाते खुद आगे आकर लोगों की मदद करें. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि , “यह घटना दिखाती है कि हर किसी के लिए, चाहे वह किसी भी पेशे में हो, सीपीआर प्रशिक्षण लेना कितना महत्वपूर्ण है.”
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बच्चे की तबियत पहले से खराब थी. परिजनों से बताया की बच्चे को इलाज के लिए दिल्ली ले जाया जा रहा था. लेकिन विमान में बच्चे की तबीयत फिर बिगड़ गई थी. लेकिन विमान में डॉक्टरों के मौजूद होने से मासूम बच्चे की जान बचाई जा सकी. बच्चे का परिवार हजारीबाग का रहने वाला है.
दिल्ली में विमान के लैंड होने के बाद बच्चे को एक मेडिकल टीम ने अपने देख रेख मे लिया और बच्चे को ऑक्सीजन सपोर्ट दिया गया. जब विमान दिल्ली पहुंचा तब केबिन क्रू और परिजनों ने IAS अधिकारी और डॉक्टर का आभार जताया.
इस खबर के सामने आने के बाद से IAS अधिकारी नितिन मदन कुलकर्णी और डॉ फिरोज की खूब तारीफ हो रही है.