रघुवर दास और बन्ना गुप्ता की बढ़ रही नजदीकियां, इस बढ़ती नजदीकियों के क्या है मायने

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जमशेदपुर की राजनीतिक गलियारों से पिछले कुछ दिनों से एक ऐसी तस्वीर वायरल हो रही है जिसने झारखंड की राजनीति में हलचल मचा दी है. बीते 12 अक्टूबर को झारखण्ड प्रदेश वैश्य मोर्चा के 5वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास और वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता दोनों शामिल हुए थे. इस सभा में बन्ना गुप्ता रघुवर दास के पैर छूते नजर आए और दोनों ने काफी देर तक बातचीत भी की.

ये कोई पहला मौका नहीं था जब दोनों एक साथ नजर आए बल्कि कई बार दोनों के साथ में तस्वीरे सोशल मीडिया में आती रहती हैं. जिससे दोनों के बीच नजदीकियों का पता चलता है.

पूरे झारखंड में भाजपा-कांग्रेस एक दूसरे के विरोधी हैं लेकिन जब बाद जमशेदपुर की आती है तो यहां इन दोनों के रिश्ते कुछ उलट ही दिखाई पड़ता है. सरयू राय ने भी प्रेस के सामने कहा था कि पूरे देश में एनडीए और इंडिया दोनों एक-दूसरे से लड़ रहे हैं वहीं जमशेदपुर में एनडीए और इंडिया एक साथ हैं.

जमशेदपुर की राजनीति में रघुवर दास और सरयू राय के रिश्तों में खटास की बात जगजाहिर है. रघुवर दास के सरकार में सरयू राय मंत्री होते हुए भी हमेशा अपनी सरकार की गड़बड़ियों पर सवाल उठाते और जांच की मांग करते रहते थे. वहीं बन्ना गुप्ता के रिश्ते सरयू राय से भी ठीक नहीं हैं. बन्ना गुप्ता ने सरयू राय के खिलाफ केस भी कर दिया जिसके बाद दोनों के रिश्ते और बिगड़ते चले गए.

दैनिक अखबार शुभम संदेश की रिपोर्ट बताती है रघुवर दास और बन्ना गुप्ता ने अंदर अंदर ही एक-दूसरे से हाथ मिला लिया है.दोनों मिलकर सरयू राय की राजनीतिक ताकत को कम करना चाहते हैं या कह सकते हैं कि रघुवर दास और बन्ना गुप्ता मिलकर सरयू राय को जमशेदपुर की राजनीति से बेदखल करना चाहते हैं.

सरयू राय वर्तमान में जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक हैं. लेकिन इस सीट पर 2005 से ही रघुवर दास का कब्जा था, 2019 के चुनाव में सीटींग सीएम रहते हुए भी यह सीट रघुवर दास के हाथों से निकल गई. अब रघुवर दास किसी भी कीमत पर अपनी परंपरागत सीट से सरयू राय को बेदखल करना चाहते हैं. वहीं बन्ना गुप्ता वर्तमान में जमशेदपुर प. से विधायक हैं. और बन्ना गुप्ता सरयू राय को इस सीट पर नहीं देखना चाहते हैं.

न केलव सरयू राय की वजह से बल्कि राजनीतिक गलियारों में यह चर्चाएं भी लगातार जोर पकड़ती रहती हैं कि बन्ना गुप्ता भाजपा में शामिल हो सकते हैं. बीते 7 अक्टूबर को धनबाद लोकसभा समन्वय समिति मिशन 2024 की बैठक हुई. जिसमें स्वास्थ्य मंत्री सह धनबाद लोकसभा समन्वय समिति सह बीस सूत्री अध्यक्ष बन्ना गुप्ता ने धनबाद प्रभारी मंत्री के पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी.

अब आने वाले वाले समय में जमशेदपुर और झारखंड की राजनीति में क्या नए बदलाव आएंगे यह देखना दिलचस्प होगा.

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