आखिर एक समन से मुख्यमंत्री कैसे समझ रहे कि वह जेल जा रहे हैं? – प्रतुल शाहदेव

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झारखंड में जेएमएम और भाजपा एक-दूसरे पर हमला करने का एक भी मौका नहीं छोड़ना चाहते हैं. जौसे मौका मिलता दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो जाता है. आज झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने भी प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर पलटवार करते हुए कहा कि किस आधार पर सीएम ने कह रहे हैं कि उन्हें जेल भेजने की साजिश की जा रही है? प्रतुल ने कहा सिर्फ उन्हें समन किया गया है. लेकिन मुख्यमंत्री शायद अपनी अंतरात्मा की आवाज से यह बात कह रहे हैं क्योंकि अंतरात्मा को सारी सच्चाई पता होती है. झारखंड पुलिस भी 41 ए के तहत हजारों नोटिस निर्गत किया करती है. तो एक केंद्रीय एजेंसी के नोटिस से मुख्यमंत्री इतना परेशान क्यों होकर बेचैन दिख रहे हैं? जाहिर है मुख्यमंत्री जी को पता है की ‘ जजमेंट डे’ निकट आ रहा है और सारे घपले घोटाले का हिसाब देना होगा. मुख्यमंत्री जी को यह भी पता है कि इसका अंतिम अंजाम क्या होगा इसलिए वह बार-बार जेल जाने की बात कह रहे हैं.

दरअसल बीते कल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पश्चिमी सिंहभूम जिले के गोइलकेरा प्रखंड में मंत्री जोबा माझी के दिवंगत पति देवेंद्र माझी की 29वीं श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे. वहां कार्यक्रम में सीएम ने विपक्ष पर खूब निशाना साधा. सीएम ने अपने संबोधन में कहा कि इनलोगों यानी भाजपा को लगता है कि हमको जेल में बंद करके ये अपने मंसूबे में सफल हो जायेंगे, तो मैं यह बता देना चाहता हूं कि अगर गलती से जेल में रहा भी, तो और मजबूती से निकल कर आऊंगा. झारखंडी लोग आपके साथ लोहा लेने के लिए तैयार हैं. सीएम ने कहा : अजीब हालत है. हम गरीब हैं, तो कुछ भी बोल लो, कुछ भी आरोप लगा लो. इनलोगों को तो वॉशिंग मशीन कहा जाता है. गंदा आदमी को विपक्ष की मशीन में डाल दो, तो साफ हो जाता है. कमाल है! 20 साल चलाया सरकार तुम, भ्रष्टाचारी हो गये हम! बुजुर्ग को पेंशन दी, तो भ्रष्टाचारी हो गये हम! विधवा को पेंशन दी, बच्ची को छात्रवृत्ति दी, तो हम भ्रष्टाचारी हो गये!

प्रतुल शाहदेव ने आगे प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी अपना स्क्रिप्ट राइटर को बदले क्योंकि वह बार-बार भाजपा पर 20 साल राज करने का आरोप लगा रहे हैं. जबकि इस प्रदेश के 23 वर्षों में 12 साल तक झामुमो, कांग्रेस ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से राज किया। 2005 में 9 दिनों के लिए शिबू सोरेन मुख्यमंत्री बने.निर्दलीय मधु कोड़ा एक साल 346 दिन मुख्यमंत्री रहे जिन्हें झामुमो, कांग्रेस चल रही थी. 2008 से 2010 के बीच में शिबू सोरेन दो बार 145 दिन और 153 दिन के लिए मुख्यमंत्री रहे। खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 2012 से 2014 में 1 साल 168 दिन तक मुख्यमंत्री बने रहे। और वर्तमान में 29 दिसंबर 2019 से लगभग 3 वर्ष 10 महीने तक वह मुख्यमंत्री बने हुए हैं। हेमंत सोरेन 2 साल 129 दिन उपमुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. 2004 से 2014 के बीच में यूपीए के शासनकाल में 623 दिनों तक राष्ट्रपति शासन भी था और यह वह दौर था जब राज भवन कांग्रेस ऑफिस का एक्सटेंशन ऑफिस हुआ करता था. कांग्रेस के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भी उस दौर में राज्यपाल के सलाहकार हुआ करते थे.

इतना ही नहीं प्रतुल ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री खुद को आदिवासी बता कर विक्टिम कार्ड खेलने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन वह भूल रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो उनसे 28 मार्च, 2010 को एसआईटी ने 10 घंटे तक पूछताछ की थी .उस समय तो उन्होंने अपने पिछड़ी जाति के होने का हवाला देकर यूपीए सरकार पर कोई आरोप नहीं लगाया था. बाद में इस केस में एसआईटी ने मोदी जी को यूपीए शासन काल में ही क्लीन चिट दे दी जिसे बाद में सर्वोच्च न्यायालय ने भी सही माना. सीबीआई ने भी गृह मंत्री अमित शाह जी से 7 अगस्त, 2010 को 9 घंटे तक लंबी पूछताछ की थी. बाद में 1 अगस्त, 2016 को अमित शाह जी को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिल गई. उस समय उन्होंने भी कोई विक्टिम कार्ड नहीं खेला.लेकिन मुख्यमंत्री बार-बार विक्टिम कार्ड खेलकर ध्यान बाटने की कोशिश कर रहे हैं.

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