झारखंड की निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल पिछले चार महीनों से रिम्स में भर्ती है. पूजा सिंघल के अलावा फर्जी तरीके से जमीन की खरीद-बिक्री करने मामले में आरोपी विष्णु अग्रवाल भी जेल में बंद हैं. विष्णु अग्रवाल पिछले दो महीनों से अपना इलाज अस्पताल करा रहे हैं. वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों ही आरोपी फिलहाल ठीक हैं यानी उनका स्वास्थ्य अच्छा है. बावजूद इसके इन्हें वापस बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में नहीं भेजा जा रहा है. बता दें कि पूजा सिंघल मनरेगा घोटाला और मनी लॉड्रिंग मामले में आरोपित हैं.
चक्कर की शिकायत के बाद पूजा हुई थी रिम्स में भर्ती
मनरेगा घोटाले और मनी लाड्रिंग मामले में जेल में बंद पूजा सिंघल की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी. जिसके बाद उन्हें जून के दूसरे सप्ताह में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से रिम्स भर्ती कराया गया था. सबसे पहले पूजा सिंघल का न्यूरोलॉजी विभाग में इलाज चला. बाद में उन्हें स्त्री एवं प्रसूति विभाग में भर्ती कराया गया. यहां उनकी बच्चेदानी की सर्जरी की गई. लेकिन मिली जानकारी के अनुसार फिलहाल वो बेहतर बताई जा रही है. बावजूद इसके उन्हें जेल शिफ्ट नहीं किया जा रहा है.
विष्णु अग्रवाल का बढ़ गया था शुगर
वहीं, अगर जमीन कारोबारी विष्णु अग्रवाल की बात करें तो उन्हें अनियंत्रित शुगर और बीपी की समस्या के बाद 23 अगस्त को रिम्स में भर्ती कराया गया था. बीपी-शुगर की शिकायत के बाद उन्हें यूरीन में इंफेक्शन की दवाएं भी दी गईं. लेकिन फिलहाल विष्णु अग्रवाल भी पूरी तरह से स्वस्थ बताए जा रहे हैं और मेडिसिन विभाग में स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.
रिम्स प्रबंधन ने इस मामले पर क्या कहा?
वहीं, इस मामले पर रिम्स प्रबंधन के लोगों ने कहा कि दोनों वीआइपी कैदियों की हेल्थ रिपोर्ट हर सात या 15 दिनों पर जिला जेल और न्यायालय को भेजी जाती है. ऐसे में रिम्स के डॉक्टरों की सलाह पर ही उन्हें अब तक अस्पताल में रखा गया है.