छात्र नेता मनोज यादव का बड़ा बयान, कहा- उग्र हो सकता है आंदोलन, BJP के समर्थन पर कहीं ये बात

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झारखंड की राजधानी रांची में आज यानी 17 अप्रैल से छात्रों ने नई नियोजन नीति के विरोध में आंदोलन शुरू किया है. आंदोलन के लिए हजारों की संख्या में छात्र पहुंचने लगे हैं. इसी बीच छात्र नेता मनोज यादव  ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि आज का आंदोलन उग्र हो सकता है.

इसके पीछे का कारण भी मनोज यादव ने बताया उन्होंने कहा कि प्रशासन ने डीजे बजाने पर रोक लगा दी. ऐसे में अगर छात्र उग्र होते हैं तो हम उन्हें कैसे रोकेंगे. ऐसे में आंदोलन के उग्र होने की संभावना और बढ़ जाती है. अगर, आंदोलन उग्र होता है तो उसकी जिम्मेदार पूरी तरह से पुलिस-प्रशासन ही होगी.

BJP के साथ पर मनोज यादव ने कही ये बात

वहीं, मनोज यादव से जब पूछा गया कि क्या इस आंदोलन को भाजपा का साथ मिला है. तब उन्होंने कहा कि पिछली रघुवर दास की सरकार में वो कई महीनों तक जेल में रहे थें. इसलिए उन्हें किसी राजनीतिक पार्टी की समर्थन की जरुरत नहीं है. उन्हें छात्र समर्थन दे रहे हैं.

बता दें कि यह आंदोलन झारखंड स्टेट स्टूडेंट्स यूनियन के द्वारा बुलाया गया है. यह आंदोलन 3 दिनों तक चलेगा. इस आंदोलन के पीछे का कारण है 60/40 नियोजन नीति. इस 3 दिनों के आंदोलन के दौरान दौरान छात्र, 17 अप्रैल को सीएम आवास का घेराव करेंगे. वहीं, कल यानी 18 अप्रैल को सभी प्रखंड व जिला मुख्यलयों में मशाल जुलुस निकाला जाएगा और 19 अप्रैल को झारखंड बंद का ऐलान किया है.

क्या है 60/40 नियोजन नीति
हेमंत सरकार की 1932 आधारित नियोजन नीति रद्द होने के बाद सरकार ने नई नियोजन नीति लागू की. इस नीति को छात्रों ने 60/40 वाला नियोजन नीति का नाम दिया और विरोध शुरू की. इस नीति के अनुसार राज्य के 3rd और 4th ग्रेड की नौकरियों पर राज्य के लोगों के लिए सीट आरक्षित रहेगी. झारखंडवासियों के लिए 50% सीट आरक्षित रहेगी. वहीं झारखंड के ईडब्ल्यूएस केटेग्री के लिए 10% सीट आरक्षित रहेगी. और 40% गैर झारखंडियों के लिए  सीटें आरक्षित रहेगी.

बता दें कि इस नीति का विरोध इसलिए हो रहा है क्योंकि इस नीति में ये प्रभाषित नहीं है कि झारखंडी कौन है? क्या उन छात्रों को झारखंडी माना जाए जिनके पास 1932 का खतियान है, या उन्हें जिनके पास 1985 का खतियान है. विपक्षी पार्टियां और छात्र, सरकार पर ये आरोप लगा रहे हैं कि इस नीति से राज्य के सरकारी नौकरियों में बाहरी लोगों का दखल बढ़ जाएगा.

 

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