H3N2 वायरस के फैलाव को रोकने के लिए इस राज्य ने स्कूल किया बंद

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कोरोना वायरस (Corona virus) के बाद अब भारत में H3N2 वायरस अपना पैर पसार रहा है. यह एक प्रकार का इंफ्लूएंजा (influenza) वायरस है. इस वायरस में फ्लू जैसे ही लक्षण होते हैं. हाल के दिनों में राज्यों में H3N2 के मामलों में लगातार इजाफा देखा जा रहा है. इसके मद्देनजर देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. कई राज्यों ने अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड बनाने के आदेश दे दिए हैं. साथ ही बच्चों को इस प्रकोप से बचाने के लिए भी कदम उठाया जा रहा है.

इस राज्य ने बंद किए स्कूल

H3N2 वायरस के फैलाव से बच्चों को भी परेशानी हो सकती है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए पुडुचेरी (Puduchrerry) के शिक्षा मंत्री ए नमस्सिवम (A Namassivayam) ने स्कूलों में छुट्टी का ऐलान किया है. पुडुचेरी में कक्षा 1 से कक्षा 8वीं तक के स्कूल बंद रहेंंगे. पुडुचेरी (Puduchrerry) के स्कूल 16 मार्च से 26 मार्च तक बंद रहेंगे. बाकी कक्षाएं अपने समय से चलेंगे. ये फैसला H3N2 के बढ़ते मामले को देखकर लिया गया है. पुडुचेरी (Puduchrerry) में इस वायरस के अब तक 79 मामले दर्ज हुए हैं, इतने मामले को देख स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है. हालांकि, अच्छी बात यह है कि अभी तक H3N2 वायरस से पुडुचेरी (Puduchrerry) में किसी की मौत नहीं हुई है.

अगर ये लक्षण दिखे तो तुरंत सावधानी बरतें

अगर आपको खांसी, नाक बहना या बंद होना, गले में खराश महसूस हो रहा है. दस्त और उल्टी, सांस फूलने की शिकायत या शरीर में दर्द हो तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें. बुखार, ठंड लगना, थकान, सिर दर्द भी N3H2 के लक्षण हैं. अगर ऐसे लक्षण हैं तो डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही अपना उपचार करें.

झारखंड में एक भी मामले कि पुष्टि नहीं

झारखंड(Jharkhand) में H3N2 मामले में अब तक एक भी पुष्टि नहीं हो पाई है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह  ये है कि रिम्स में जांच मशीन तो है लेकिन जांच किट नहीं हैं. इस कारण से मरीजों की सही से जांच नहीं हो पा रही  है. स्वास्थ्य विभाग जल्द से जल्द किट की व्यवस्था करे ताकि मरीजों को परेशानी ना हो.

इंफ्लूएंजा वायरस से बचने के लिए ये उपाय कर सकते हैं आप

सबसे पहले सेनिटाइजर साथ में जरूर रखें और उसका इस्तेमाल जरूर करें. साथ ही अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोते रहें. जो व्यक्ति बीमार है उसके कॉन्टैक्ट में आने से बचे. भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें और अगर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं. ये ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि छींकते या खांसते वक्त अपना मुंह ढक लें क्योंकि वायरल इन्फेक्शन तेजी से फैलता है.

आमतौर पर वायरस का असर 5 से 7 दिनों तक रहता है. बुखार 2-3 रह सकता है. हालांकि, खांसी तीन सप्ताह तक रह सकता है. अगर आपको कोई भी सिम्टम्स दिखे तो उसे नजरअंदाज ना करें. डॉक्टर से पराम्रश लें और बिना पराम्रश के दवाई ना लें.

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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