रिकॉर्ड रूम चोरी : आपके पास भी ज़मीन और फ्लैट है, तो ये खबर ज़रूर पढ़ें

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रांची समाहरणालय के रिकॉर्ड रूम में हुई चोरी के 10 दिन बीत गए हैं, लेकिन पुलिस अब तक मामले में कोई नतीजा नहीं निकाल पाई है। तीन अप्रैल की रात को रिकॉर्ड रूम की खिड़की तोड़कर चोरी का मामला सामने आया था। इसके बाद से पुलिस-प्रशासन निरंतर जांच कर रहा है, लेकिन अब तक साफ़ नहीं हुआ है कि रिकॉर्ड रूम से क्या चोरी हुई है।

रांची पुलिस सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने हर स्तर पर जांच की, लेकिन अभी तक किसी बाहरी व्यक्ति के रिकार्ड रूम में प्रवेश करने का कोई सुराग भी नहीं मिला। इसे देखते हुए जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर रिकार्ड रूम की सुरक्षा मजबूत बनाने में भी प्रशासन जुट गया है।

अधिकारियों द्वारा की गई जांच में सामने आया है कि खतियान सत्यापन के लिए पिछले दस वर्षों से रिकॉर्ड रूम में विभिन्न स्थानों पर जमा आवेदन हैं। जबकि इन आवेदनों के खिलाफ सत्यापन प्रतियां दे दी गई हैं, फिर भी ये आवेदन हटाए नहीं गए हैं।

खमियाजा आम लाेगाें काे भुगतना पड़ रहा है

रिकार्ड रूम में चाेरी की घटना के बाद पुलिस- प्रशासन द्वारा जांच-पड़ताल की जा रही है। इस वजह से अगले आदेश तक जमीन के खतियान की सत्यापित प्रति देने पर राेक लगा दी गई है। वहां के दस्तावेजाें की इनवेंटरी तैयार की जा रही है, लेकिन इसका खमियाजा आम लाेगाें काे भुगतना पड़ रहा है।

ज़मीन और फ्लैट की रजिस्ट्री पर प्रभाव दिखा रहा है

ज़मीन और फ्लैट की रजिस्ट्री पर प्रभाव दिखा रहा है क्योंकि खतियान की प्रमाणित प्रति नहीं मिल रही है। वे लोग जो पहले खतियान की प्रतिलिपि ले चुके थे, अब रजिस्ट्री कर रहे हैं। लेकिन जिन लोगों ने आवेदन किया था, उन्हें प्रमाणित प्रति नहीं मिल रही है। ऐसे में, रांची में पहले रोज़ाना 200 से अधिक डीड की रजिस्ट्री होती थी, अब यह कम हो गई है और 100 से 120 के बीच हो गई है।

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