Jharkhand: बदलते मौसम के साथ लोगों की सेहत बिगाड़ने लगी है। बीते एक सप्ताह में अस्पतालाें में मरीजों की संख्या बढ़ गई है। रिम्स के मेडिसिन व चाइल्ड ओपीडी, सदर, निजी अस्पताल और डॉक्टरों के क्लिनिक पर रोजाना लगभग 900 मरीज पेट दर्द और लूज मोशन की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। रिम्स के फिजिशियन डॉ. बी. कुमार ने बताया कि यह वायरल फ्लू है।
अस्पताल में ब्रेन हेमरेज के 56 मरीज भर्ती हैं
वहीँ दूसरी तरफ, रिम्स से मिली जानकारी के अनुसार, अस्पताल में ब्रेन हेमरेज के 56 मरीज भर्ती हैं। इनमें से अधिकांश मरीज पिछले 10 से 15 दिनों के अंतराल में भर्ती हुए हैं। वहीं, शहर के करीब 10 प्रमुख निजी अस्पतालों में भी 50 से ज्यादा ब्रेन हेमरेज के मरीज भर्ती हैं।
गंदे पानी से भी लोग हो रहे बीमार
दैनिक भास्कर के मुताबिक, शहर के तीन डैम से आधी आबादी को पानी पिलाई जाती है। कांके डैम व रूक्का डैम में जलकुंभी छा गया है। इस वजह से वहां से हो रही सप्लाई पानी में दुर्गंध की भी शिकायत आ रही है। वहीं, गर्मी में भूमिगत जल का लेवल नीचे जाने से उसमें भी बदलाव आया है। चिकित्सकों ने बताया कि दूषित जल भी लोगांे को बीमार कर रहा है। अस्पताल में आ रहे मरीजों की जांच में इसका भी पता चला है। चिकित्सकों ने सलाह दी है कि पानी को हमेशा उबाल कर और ठंडा करके ही पीएं।
रिम्स के डॉ. बी. कुमार ने कहा कि पसीना निकालकर शरीर को ठंडा करने में दिमाग की अहम भूमिका है। गर्मी बहुत ज्यादा बढ़ने पर दिमाग के चारों ओर मौजूद सुरक्षा परत ब्लड-ब्रेन बैरियर टूटना शुरू होता है। इससे दिमाग में प्रोटीन और आयरन जमा होने लगते हैं। तब दिमाग में सूजन होना शुरू हो जाता है।
डॉक्टरों के मुताबिक बदलते मौसम के साथ-साथ हमें खानपान में भी बदलाव करने की जरूरत हैं।