आलमगीर आलम

मंत्री आलमगीर आलम गिरफ्तार, जानिए कहाँ फँस गए

,

|

Share:


ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को एड ने 15 मई को दूसरे दिन पूछताछ के लिए हिनू स्थित प्रवर्तन निदेशालय के रीजनल ऑफिस बुलाया था. ग्रामीण विकास मंत्री थोड़ी देर से पहुंचे. लंबी पूछताछ के बाद शाम को उनको अरेस्ट कर लिया गया. बताया जा रहा है कि ईडी के अधिकारियों ने मंत्री से कमीशनखोरी से जुड़े कई सवाल पूछे. अधिकतर सवालों के जवाब में मंत्री ने कहा कि उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं मालूम.

हालांकि बताया जा रहा है कि, निलंबित मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम से जुड़े सवालों में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम फंस गये. पूछताछ के दौरान अधिकारियों ने मंत्री को पीएमएलए की धारा 50 के तहत दिये जाने वाले बयान और उसके कानूनी महत्व के बारे में उनको बताया. इसके बाद उनसे उनकी और पारिवारिक सदस्यों के आय-व्यय का ब्योरा भी मांगा गया. मंत्री से उनके आप्त सचिव संजीव लाल और उसके कारनामों की भी जानकारी मांगी. लेकिन, मंत्री ने कहा कि उन्हें आप्त सचिव की गतिविधियों की जानकारी नहीं थी.

10 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा

ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय द्वारा कार्रवाई की गई, जिसमें एक रिश्वत के मामले को लेकर जांच की गई. 13 नवंबर 2019 को, एसीबी ने वीरेंद्र राम के करीबी जूनियर इंजीनियर सुरेश प्रसाद वर्मा को एक ठेकेदार से 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा. हालांकि, सुरेश प्रसाद वर्मा ने ठेकेदार से एक लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। सुरेश प्रसाद वर्मा को पकड़े जाने के समय, वे वीरेंद्र राम के मकान में जमशेदपुर में रह रहे थे.

कौन हैं आलमगीर आलम ?

आलमगीर आलम झारखंड की पाकुड़ विधानसभा से कांग्रेस के विधायक हैं साथ ही कांग्रेस के विधायक दल के नेता भी हैं. आलमगीर झारखंड विधानसभा के स्पीकर रह चुके हैं. वह अविभाजित बिहार में भी मंत्री रह चुके हैं. और अभी झारखंड की चंपई सोरेन की सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री का पद संभाल रहे हैं.

आलमगीर आलम साहिबगंज जिले के बरहड़वा प्रखंड के इस्लामपुर गांव में पैदा हुए थे. खेती करने वाले परिवार से आने वाले आलम बीएससी पास हैं. साल 2000, 2005, 2014 और 2019 में वह विधायक चुने गए.

साल 1978 में आलमगीर आलम ने अपने गृह पंचायत महराजपुर से सरपंच का चुनाव जीता था. इसके बाद वह तेजी से राजनीति में सक्रिय होते हुए मंत्री पद तक पहुंच गए. वहीं आलमगीर आलम के बेटे तनवीर आलम भी राजनेता हैं. कांग्रेस ने उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया है.

 

Tags:

Latest Updates