Loksabha Election: कांग्रेस ने रांची लोकसभा क्षेत्र के लिए नवयुवकों को महत्वपूर्ण भूमिका देने का निर्णय लिया है. पार्टी ने सुबोधकांत सहाय की बेटी, यशस्विनी सहाय (Yashaswini Sahay) को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. पहले रांची से सुबोध कांत सहाय को उम्मीदवार बनाने की चर्चा चल रही थी. फिर राम टहल चौधरी के कांग्रेस ज्वाइन करते ही उनके नाम पर भी अटकलें जताई जा रही थी. हालाँकि न तो सुबोध कांत सहाय नही रामटहल चौधरी. मुहर लगी तो युवा यशस्विनी सहाय के नाम पर जो सुबोधकांत सहाय की बेटी हैं.
रांची से सुबोधकांत सहाय की बेटी को बनाया गया उम्मीदवार
रांची से सुबोधकांत के साथ, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बनना गुप्ता का भी नाम चर्चा में था, परंतु सुबोधकांत की बेटी यशस्विनी सहाय के साथ कांग्रेस पार्टी ने भरोसा जताते हुए पार्टी ने इस संदेश को जाहिर किया कि वह इस चुनाव में नए लोगों को भी मौका देना चाहती है. इस एलान के साथ-साथ, पार्टी ने राज्य में अपने हिस्से की सभी सात सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है.
जब टिकट मिला, यशस्विनी सहाय (Yashaswini Sahay) ने खुशी से कहा कि वह इस अवसर को बहुत ही संजीवनी मान रही है. उन्हें राजनीति में कदम रखने का उत्साह है और वह अपने कदम को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह से सजग हैं. साथ ही, उन्हें समाज सेवा करने की भी ख्वाहिश है, जिसमें उन्होंने अपने पिता से बहुत कुछ सीखा है, जिन्हें काम करते हुए देखा हैं. उन्होंने बाल अधिकार के संरक्षण के क्षेत्र में वकील के रूप में भी काम किया है.
रांची लोकसभा सीट की कांग्रेस उम्मीदवार यशस्विनी सहाय पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय की पुत्री हैं. यशस्विनी की मां रेखा सहाय भी प्रख्यात टीवी कलाकार हैं.
ट्रांसनेशनल क्राइम एंड जस्टिस, टुरिन, इटली से लॉ में मास्टर डिग्री प्राप्त कर चुकी हैं
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुबोधकांत सहाय की बेटी यशस्विनी सहाय की न केवल उनकी बेटी होने से विशेष पहचान है, बल्कि उनकी एक अलग पहचान भी है. वह बाल मजदूरी और यौन शोषण के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय रही हैं. यशस्विनी सहाय ने मुंबई से बैचलर ऑफ लॉ की डिग्री हासिल की है और इसके बाद ट्रांसनेशनल क्राइम एंड जस्टिस (यूनाइटेड नेशंस क्राइम एंड जस्टिस रिसर्च इंस्टीट्यूट), टुरिन, इटली से लॉ में मास्टर डिग्री प्राप्त कर चुकी हैं. वर्तमान में यशस्विनी मुंबई फैमिली कोर्ट और मुंबई सेशन कोर्ट में एक उत्कृष्ट वकील के रूप में सेवाएं प्रदान कर रही हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें उनके सफलतापूर्वक काम के लिए बधाई दी
वह राष्ट्रीय स्तर पर संगठित गैर-सरकारी संगठन “कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन” से जुड़ी हुई हैं. उन्होंने मरूनालनी देशमुख (वरिष्ठ अधिवक्ता) के साथ मिलकर वहाँ कानूनी सलाहकार के रूप में भी सेवाएं प्रदान की हैं. उन्होंने विशेष ध्यान दिया है झारखंड में बाल श्रम, यौन शोषण, और पॉक्सो एक्ट के सफल कार्यान्वयन की ओर. हाल के दिनों में, उनके कार्यों को पीड़ितों के प्रति मानवता के सेवा में झारखंड में सराहा गया है. इसके पहले ही रविवार को, रांची में आयोजित उलगुलान न्याय रैली के मंच पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें उनके सफलतापूर्वक काम के लिए बधाई दी और क्षेत्र में और भी सक्रिय होने की प्रेरणा दी.
अब बेटी यशस्विनी उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का काम करेंगी
रांची सीट से कांग्रेस पार्टी के प्रबल दावेदार सुबोधकांत सहाय, जिन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट मिलने की सबसे अधिक चर्चा थी. अब उनकी बेटी को पार्टी ने उम्मीदवार घोषित किया है. अब बेटी यशस्विनी उनकी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का काम करेंगी. सुबोधकांत सहाय ने 2004 से लेकर अब तक निरंतर रांची लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ा है. उन्होंने 2004 और 2009 में चुनाव जीते, लेकिन 2014 और 2019 में हार का सामना किया. पहले भी 1989 के लोकसभा चुनाव में सुबोधकांत रांची से जीते.