क्या कोविड वैक्सीन H3N2 इंफ्लूएंजा वायरस को रोकने में है कारगर?

|

Share:


Ranchi: कोरोना वायरस के बाद अब भारत में H3N2 वायरस अपना पैर पसार रहा है. यह एक प्रकार का इंफ्लूएंजा वायरस है. इस वायरस में फ्लू जैसे ही लक्षण होते हैं. अगर आपको खांसी, नाक बहना या बंद होना, गले में खराश महसुस हो रहा है. दस्त और उल्टी, सांस फूलने की शिकायत या शरीर में दर्द हो तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें. बुखार, ठंड लगना, थकान, सिर दर्द भी H3N2 के लक्षण हैं. अगर ऐसे लक्षण हैं तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें. इस वायरस के आने के बाद एक सवाल लोगों के ज़हन में है कि क्या कोरोना का वैक्सीन H3N2  वायरस को रोकने में कारगर होगा या नहीं?

H3N2 पर कितना कारगर कोरोना वैक्सीन

न्यूज चैनल आजतक पर इसी सवाल का जवाब देते हुए डॉ कुलदीप कुमार ग्रोवर, (गुड़गांव के सीके बिड़ला हॉस्पिटल के क्रिटिकल केयर और पल्मोनोलॉजी के हेड) ने कहा कि दोनों वायरस अलग है इसलिए कोरोना का वैक्सीन H3N2 फ्लू में कारगर नहीं है. कोई भी वैक्सीन का निर्माण केवल उसी एक वायरस के लिए होता है. दोनों वायरस का स्वरूप अलग है इसलिए कोरोना का वैक्सीन इंफ्लूएंजा वायरस में कारगर नहीं होगा.

वहीं, बेंगलुरु स्थित टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी (TIGS) के डायरेक्टर राकेश मिश्रा (Rakesh Mishra) ने कहा, “देश में जो वायरस फैलता देख रहे हैं वह एक सामान्य फ्लू है जिसमें नई विशेषताएं आ गई हैं जिसके कारण यह लंबे समय तक बना रहता है. कोविड-19 वायरस के विपरीत यह जल्द ही खत्म हो जाएगा लेकिन लक्षण महसूस होने पर इसकी टेस्टिंग जरूर कराएं. इसके लिए सभी हेल्थ ऑफिसर्स को इसकी निगरानी करनी चाहिए ताकि वायरस के मूवमेंट का पता लगा सके.

इंफ्लूएंजा वायरस से बचने के लिए ये उपाय कर सकते हैं आप

वायरस से बचने के लिए सबसे पहले सेनिटाइजर साथ में जरूर रखें और उसका इस्तेमाल जरूर करें. साथ ही अपने हाथों को नियमित रूप से साबुन से धोते रहें. जो व्यक्ति बीमार है उसके कॉन्टैक्ट में आने से बचें. भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें और अगर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं. ये ध्यान रखना बहुत जरूरी है कि छींकते या खांसते वक्त अपना मुंह ढक लें क्योंकि वायरल इंफेक्शन तेजी से फैलता है.

वहीं, आमतौर पर वायरस का असर 5 से 7 दिनों तक रहता है. बुखार 2-3 रह सकता है. हालांकि खांसी तीन सप्ताह तक रह सकता है. अगर आपको कोई भी सिम्टम्स दिखे तो उसे नजरअंदाज ना करें. डॉक्टर से पराम्रश लें और बिना पराम्रश के दवाई ना लें.

रिपोर्ट : ऋषभ गौतम, रांची

 

Tags:

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest Updates