झारखंड के इस जिले में लड़के भी उठा रहे हैं मंईया सम्मान योजना का लाभ !

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Ranchi : क्या अब मंईया सम्मान योजना का लाभ लड़के भी लेने लग गए. अब आप सोच रहें होंगे मंईया योजना का लाभ तो केवल महिलाओं के लिए है, फिर हम ये बात क्यों कह रहे है, सुनने में थोड़ा अजीब लगे लेकिन अब लड़के भी मंईया योजना का लाभ लेने की जुगत बना रहे है, क्योंकि ऐसा ही कुछ मामला सामने आया है पाकुड़ जिले से.

हेमंत सरकार महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए मुख्यमंत्री मंईया सम्मान योजना लेकर आई है. जिसमें 21-50 साल की महिलाओं को इसका लाभ मिलेगा. ताकि इन महिलाओं को इस योजना से उन्हें आर्थिक सर्वेक्षण हो इस उद्देशय से सरकार हर महीने महिलाओं के खाते में एक हजार रूपये दे रही है.

लेकिन अब महिलाओं के साथ साथ पुरूष भी इस योजना का लाभ उठा रहे है. दरअसल, हिंदी दैनिक अखबार हिन्दुस्तान में छपी एक रिर्पोट के मुताबिक पाकुड़ जिले में महिला सम्मान योजना का लाभ पुरूष भी लेने में जुट गए है.

वहीं मंईया सम्मान योजना में गलत प्रविष्टि की शिकायत मिलने पर पाकुड़ प्रखंड विकास पदाधिकारी ने दो वीएलई के खिलाफ जिले के उपायुक्त के पास इसकी शिकायत की है. इन दो वीएलई में एक नवादा का रहने वाला मेमरूल हक नाम का शख्स है. तो दूसरा मणिरामपुर पंचायत के वीएलई सदाकत शेख शामिल है.

मज्जेदार बात तो ये है कि इन दोनों वीएलई ने अपने ही परिवार के सदस्यों व लड़को का नाम इस योजना का लाभ उठाने के लिए जोड़ दिया है. बहरहाल अब इसकी शिकायत प्रखंड विकास पदाधिकारी को मिल गई है कि इन दोनों ही वीएलई ने योजना में गलत तरीके से अपने परिवार के सदस्यों के लड़को का नाम जोड़ दिया है.

हालांकि इसकी शिकायत प्रखंड विकास पदाधिकारी को मिल गई है, जिसके बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी ने पाकुड़ उपायुक्त को पत्र लिखकर पूरे मामले की जांच कराने की मांग की है.
वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी समीर अल्फ्रेड मुर्मू ने बताया कि इन दोनों वीएलई के खिलाफ गलत प्रविष्ठि की शिकायत मिली थी.

मामले की जांच के लिए उपायुक्त मृत्युंजय कुमारर बरणवाल को पत्र भेज दिया गया है. जांच के बाद आगे कि कार्रवाई की जाएगी. मीडिया रिर्पोट्स के माने तो इन दोनों वीएलई के द्वारा की गई गड़बड़ी के बाद अब सभी वीएलई द्वारा की गई प्रविष्ठि की जांच करायी जाएगी.

झारखंड में ये कोई पहला मामला नहीं है कि जब महिलाओं के लिए लायी गई योजना का लाभ पुरूष ले रहे हो. अभी हाल ही में कोडरमा जिले से खबर सामने आई थी जहां जननी सुरक्षा योजना का लाभ पुरूषों ने ले लिया.

बता दें कि इस जननी सुरक्षा योजना के तहत सरकार प्रसव के बाद हर महिलाओं को 1400 रूपए की प्रोत्साहन राशि देती है. लेकिन यहां भी प्रसव के बाद मिलने वाला 1400 रूपये पुरूषों के खाते में डाल दिया गया था.

योजनाओं में होने वाले इस तरह के घोटालों को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि झारखंड मेमं कोई भी योजना हो बगैर किसी गड़बड़ी के नहीं होती.

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