TFP/ DESK : बाबा बैद्यनाथ मंदिर के गर्भगृह में शिवलिंग से की गई छेड़छाड़ मामला अब और भी तूल पकड़ लिया है. अब इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंदिर प्रभारी सह अनुमंडल पदाधिकारी की जांच रिपोर्ट के आधार पर उपायुक्त विशाल सागार ने कठोर निर्णय लिया है.
अब मंदिर के मुख्य प्रबंधक रमेस परिहस्त के सभी वित्तीय एवं प्रशासनिक शाक्तियों को तत्काल प्रभाव से वापस ले लिया है. वहीं मंदिर कर्मी हरिलाल पांडेय को भी निलंबित कर दिया है.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले सोशल मीडिया पर शिवलिंग के साथ कथित छेड़छाड़ का फोटो खूब वायरल हो रहा था.
https://x.com/nishikant_dubey/status/1865812043724362203
जिसमें गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा था कि द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा बैद्यनाथ तथा 51 शक्तिपीठों में से एक ह्रदय पीठ देवघर में झारखंड सरकार का यह अनर्थ,शिव लिंग पर सीमेंट धार्मिक आस्था पर कॉंग्रेस सरकार का सीधा प्रहार है. भगवान शिव के घर में अनर्थ,बाबा न्याय करेंगे
शिवलिंग के आसपास सीमेंट से कर दिया था मरम्मत
जांच रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई कि गर्भगृह में शिवलिंग के आसपास सीमेंट से मरम्मत का कार्य किया गया है. उसका कुछ अंश शिवलिंग को भी छू गया है. संभवत: यहीं पर चूक हुई है. सूचना यह भी है कि उपायुक्त, एसडीओ व पुरोहित को संज्ञान में दिए बिना ही यह कार्य शुरू किया गया। जो अनुशासनहीनता है.