इडी के तीसरे समन पर भी नहीं पहुंचे सीएम हेमंत सोरेन, राष्ट्रपति के रात्रिभोज में होंगे शामिल

|

Share:


झारखंड में ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है. नेता मंत्रियों के बाद अब इडी ने सीधे राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है. आज 9 सितंबर है और आज सीएम हेमंत सोरेन के इडी में पेशी का दिन है लेकिन आज भी सीएम सोरेन के इडी के सामने पेशी के आसार काफी कम लग रहे हैं. बता दें कि यह सीएम सोरेन को इडी का तीसरा समन है. पहले भी इडी ने सीएम को दो बार समन भेजा है लेकिन सीएम पेश नहीं हुए.

सीएम सोरेन के इडी के सामने नहीं पेश होने के पीछे की वजह की बात करें तो सीएम हेमंत सोरेन आज दिल्ली जाएंगे, वे वहां जी-20 में राष्ट्रपति की ओर से आयोजित रात्रि भोज में शामिल होंगे. रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर राष्ट्रपति की तरफ से डिनर का आयोजन किया गया है इस रात्रिभोज में देश के सभी केंद्रीय मंत्रियों, राज्य मंत्रियों और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को निमंत्रण भेजा गया है. इसी के मद्देनजर सीएम आज रात्रिभोज के लिए दिल्ली जाएंगे.
बीते शुक्रवार की शाम झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने पार्टी कार्यालय में एक प्रेस वार्ता में भी बताया कि नौ सितंबर को जी-20 सम्मेलन पर राष्ट्रपति ने भोज पर सीएम को आमंत्रित किया है. राष्ट्रपति से हमारा नाता मौसी जैसा रिश्ता रहा है. जाहिर है राष्ट्रपति का आमंत्रण हमारी प्राथमिकता होगी.

इडी सीएम को बार-बार समन क्यों भेज रही है अगर इस पर एक नजर डालें तो रिपोर्ट्स के अनुसार ईडी ने बीते 13 अप्रैल को छापेमारी के दौरान राजस्व कर्मचारी भानु प्रताप के घर से बक्सों में भरकर रखे गए जमीन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए थे. इन जमीन के दस्तावेजों में इडी ने पाया कि इनमें असली मालिक के नाम के साथ छेड़ छाड़ हुई है. इनमें काट छाँट करके और जालसाजी कर असली मालिक का नाम काटकर दूसरे का नाम लिखा गया था. इडी ने दस्तावेज में छेड़छाड़के साथ ही अन्य बिंदुओं के सिलसिले में मिली सूचनाओं को पीएमएलए की धारा 66 (2) के तहत सरकार से साझा किया था. इस मामले में सरकार के आदेश पर सदर थाने में प्राथमिकी (272/23) दर्ज कराई गई थी. जालसाजी कर जमीन की खरीद बिक्री की जांच के दौरान इडी को कई तरह की शिकायतें मिली थी. इसमें सीएम सोरेन और उनके करीबी लोगों के द्वारा आदिवासियों की जमीन पर जबरन कब्जा करने की भी शिकायतें मिली थी. इन शिकायतों की प्रारंभिक जांच के दौरान ईडी को कुछ के सही होने की सबूत मिले. इस तरह जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन का नाम सामने आया है और इसी मामले के बिनाह पर इडी लगातार पूछताछ के लिए सीएम सोरेन को समन भेज रही है. इस मामले में इडी अबतक सीएम को तीन बार समन भेज चुकी है. पहला समन बीते 8 अगस्त 2023 को भेजा गया था, इस नोटिस में इडी ने सीएम को 14 अगस्त को दिन के 11:00 बजे रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में हाजिर होने का निर्देश दिया था. 14 अगस्त को सीएम हेमंत सोरेन ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय नहीं पहुंचे. इसके बदले उन्होंने इडी को पत्र भेज कर बताया कि वह इससे कानूनी तरीके से निपटेंगे. 14 अगस्त को सीएम हेमंत सोरेन जब इडी ऑफिस नहीं पहुंचे तब 19 अगस्त को इडी ने सीएम के खिलाफ दूसरा समन जारी किया गया. इस समन में हेमंत सोरेन को 24 अगस्त को इडी ऑफिस में दिन के 11:00 बजे हाजिर होने को कहा. प्रवर्तन निदेशालय के दूसरे नोटिस के बाद जब सीएम हेमंत सोरेन 24 अगस्त को ईडी ऑफिस नहीं पहुंचे . दूसरा समन जारी करने के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. सीएम की ओर से 23 अगस्त को रिट पिटीशन दायर कर इसकी सूचना 24 अगस्त को ईडी को दी. सूचना देने के साथ ही उन्होंने ईडी को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार भी करने को कहा. सीएम हेमंत सोरेन की ओर से सुप्रीम कोर्ट में जो रिट पिटीशन दायर किया गया है, उसमें उन्होंने PMLA की धारा-50 और 63 को चुनौती दी है. अपने रिट पिटिशन में सीएम ने कहा था कि ईडी धारा-50 के तहत बयान दर्ज करने की कार्रवाई के दौरान ही गिरफ्तार कर लेती है, इसलिए समन जारी करने के बाद गिरफ्तारी का डर बना रहता है. सीएम हेमंत सोरेन ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया है कि समन को स्थगित किया जाए और पीड़क कार्रवाई नहीं करने का आदेश प्रवर्तन निदेशालय को दे. फिर भी ईडी की ओर से सीएम को तीसरा समन 1 सितंबर को भेजा गया. इस समन में उन्हें 9 सितंबर को रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में सुबह 10:30 बजे हाजिर होने का निर्देश दिया है.

अब झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने सीएम सोरेन के इडी के सामने पेश नहीं होने के मामले पर तंज कसते हुए ट्वीट किया कि- हेमंत सोरेन जी को देर से ही सही लेकिन अब समझ में आ गया है कि गरीब आदिवासियों की ज़मीन हड़पने के जुर्म में अब उनका जेल जाना तय है. इसलिये डर के मारे ईडी के बुलावे पर नहीं जा रहे, न्यायालय से जेल जाने से बचाने की विनती कर रहे हैं. अब तो अपने भाषणों में भी लोगों के सामने क़बूल कर रहे हैं कि वे जेल जाने वाले हैं. दरअसल ग़लत करने वाले को पता होता है कि उसका अपराध कितना गंभीर है और उसको उसके किये की सजा देर-सबेर मिलनी ही है. हेमंत जी, आपको विपक्ष या कोई और जेल क्यों और काहे भेजेगा? आप जेल जायेंगे अपने किये कर्म के कारण. अपने ग़लत कार्यों का फल भोगने के लिये, खुद के किये पापों का प्रायश्चित करने के लिये ही आपको सजा मिलेगी. क्योंकि भगवान और न्याय के घर देर ज़रूर है अंधेर नहीं. बहुत हो गया, अब देर मत कीजिये. बेहतर होगा ईडी के सामने जाईये, अपनी गलती क़बूल कर सब कुछ सच-सच बता दीजिये और वादा माफ़ गवाह बनने की गुहार लगाईये. हो सकता है कुछ राहत मिल जाय? आगे आपकी मर्ज़ी.

वहीं ईडी सूत्रों के मुताबिक, अगर आज सीएम सोरेन इडी ऑफिस नहीं पहुंचे तो इडी उन्हें चौथा समन भी दे सकती है.

Tags:

Latest Updates