झारखंड में लगातार ईडी की गाज किसी न किसी नेता,मंत्री,कारोबारी के ऊपर गिर रही है. इसी कड़ी में बीते कल यानी 7 जून को कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल और दिलीप घोष को शिकंजे में लिया है. रांची में जमीन घोटाले के मनी लाउंड्रिंग केस में ईडी ने अमित अग्रवाल को गिरफ्तार किया है. आज दोनों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
बता दें कि इन पर रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री का आरोप लगा है. जगतबंधु टी इस्टेट को ही फर्जी कागजातों के जरिए सेना की कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन बेची गई थी. ईडी ने जांच में पाया कि कंपनी ने 20 करोड़ के सरकारी मूल्य की जमीन महज 7 करोड़ में खरीदी. वहीं जमीन के बदले फर्जी मालिक प्रदीप बागची को महज 25 लाख मिले. रजिस्ट्री में अलग अलग बैंक खातों से बाकी 6.75 करोड़ देने का दावा ईडी की जांच में गलत निकला. गौरतलब है कि नगर निगम के टैक्स कलेक्टर ने प्रदीप बागची के खिलाफ 4 जून 2022 को फर्जी कागजात के आधार पर नगर निगम से होल्डिंग लेने का मामला बरियातू थाने में दर्ज कराया था.
बताते चलें कि सेना की जमीन अवैध रुप से बेचे जाने पर ईडी ने इससे पहले रांची के पूर्व डीसी आईएएस छवि रंजन समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था. जमीन घोटाला में इनकी अहम भूमिका होने का आऱोप है. अभी तक रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन सहित कुल दस गिरफ्तारियां हो गई हैं.