29 सितंबर से होगा आजसू का महाधिवेशन, तैयार होगी आगामी चुनावों की रणनीतियां

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झारखंड में सभी पार्टियां अब चुनावों को लेकर तैयारियों में जुट रही है, जहां झारखंड भाजपा महाजनसंपर्क अभियान और संकल्प यात्रा से जनता के बीच अपनी पकड़ बना रही है वहीं झारखंड कांग्रेस में भी तैयारियों को लेकर बैठकों का दौर शुरु हो गया है, अब आगामी चुनावों के लिए आजसू पार्टी भी अपनी कमर कसती दिख रही है.

डुमरी उपचुनाव में मिली हार के बाद आजसू अब आगामी चुनावों में अपनी जीत दर्ज करने की पूरी तैयारी में है. आजसू के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश महतो ने चुनावों के मद्देनजर अपनी रणनीतियां बनानी शुरु कर दी है. बीते कल यानी 16 सितंबर को सुदेश महतो ने रांची के ललगुटवा बैंक्वेट हॉल में आयोजित हटिया विधानसभा स्तरीय पंचायत प्रभारी और ग्राम प्रभारी सम्मेलन में आजसू के महाधिवेशन की तैयारियों पर चर्चा की. बता दें इस सम्मेलन में आजसू के केंद्रीय, प्रदेश ,विधानसभा और प्रखंड के पदाधिकारी मौजूद थे.

सुदेश महतो ने सम्मेलन में आगामी चुनावों की तैयारियों पर चर्चा की और बताया कि आजसू पार्टी तीन दिनों तक महाधिवेशन करेगी. आजसू के महाधिवेशन का आयोजन रांची के मोरहाबादी मैदान में आगामी 29 सितंबर से 1 अक्टूबर तक होगा.
इस महाधिवेशन को लेकर सुदेश महतो ने कहा कि- हम पार्टी के महाधिवेशन को राज्य का अधिवेशन बनाना चाहते है. इसके लिए राज्य के प्रत्येक गांव का प्रतिनिधित्व महाधिवेशन में होगा. प्रदेश के सभी युवाओं, महिलाओं, बुजुर्गों की समस्याओं, विचारों, और सुझावों पर मंथन के लिए महाअधिवेशन का आयोजन हो रहा है. यह पार्टी के 1 लाख पदेन पदाधिकारियों का नहीं बल्कि झारखंड के सभी सवा तीन करोड़ लोगों का अधिवेशन होगा. इस ऐतिहासिक महाधिवेशन के माध्यम से आजसू पार्टी राज्य की राजनीति में बदलाव की पटकथा लिखेगी. राज्य सरकार पर प्रहार करते हुए सुदेश महतो ने आगे कहा कि यह राज्य सरकार नेतृत्व विहीन है. सरकार की सोच राज्य स्तरीय नहीं है. इनके पास विकास का कोई पैमाना नहीं है. इस सरकार ने राज्य में अराजकता का माहौल बना दिया है, इसी अराजकता के खिलाफ राज्य की जनता वोट की चोट से इन्हें सत्ता से हटाएगी.

बता दें आजसू के इस तीन दिवसीय महाधिवेशन में वर्तमान राजनीतिक और सामाजिक परिस्थितियों पर विचार-विमर्स होगा. आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों को लेकर रुपरेखा तैयार की जाएगी, सभी कार्यकर्ताओं को टास्क दिए जाएंगे. आजसू पार्टी को चुनाव से पहले पूरी तरीके से तैयार कर लेना चाहती है ताकि चुनावों में कार्यकर्ता अपना शत् प्रतिशत दे सके.
मालूम हो कि वर्तमान में आजसू का एक सांसद गिरिडीह सीट से चंद्रप्रकश चौधरी हैं. लेकिन 2024 के चुनाव में परिस्थितियां बदल सकती हैं. अंदरखाने में चर्चा है कि आजसू इस बार झारखंड में दो सीटों की मांग कर सकती है.हालांकि अब तक सीट शेयरिंग को लेकर कोई भी स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है. खबरें ये भी हैं कि 2024 में भाजपा विधानसभा में आजसू पार्टी को अधिक सीटें दे सकती हैं.लेकिन जबतक आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं आती तब तक कुछ भी कहा नहीं जा सकता है. फिलहाल सभी गठबंधन के अंदर सीट शेयरिंग एक बड़ा मुद्दा है.

अब 1 अक्टूबर को ही पता चल पाएगा कि आजसू अपने इस महाधिवेशन में क्या ऐलान करती है और चुनाव को लेकर क्या रणनीतियां बनाती है.

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