झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पिछले 13 सितंबर से अभी तक दिल्ली में ही हैं. हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार इतने लंबे समय तक दिल्ली में हैं. ऐसे में सभी के मन में सवाल चल रहा है कि आखिर सीएम इतने दिनों तक वहां कर क्या रहे हैं. बता दें कि इंडिया महागठबंधन की समन्वय समिति की बैठक में भाग लेने के लिए हेमंत सोरेन 13 सितंबर को दिल्ली गए थे. उसके बाद वो वापस ही नहीं आए. हालांकि, आज यानी रविवार को उनके वापस झारखंड लौटने की खबर है लेकिन अभी तक इसपर पर किसी की ओर से कोई बयान नहीं आया है. ऐसे में हम आपको वो दो वजह बताने जा रहे हैं, जिसकी वजह से सीएम दिल्ली में रुके हुए हैं.
पहली वजह : दिल्ली में भर्ती हैं शिबू सोरेन
बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जी-20 में शामिल सभी विदेशी मेहमानों के साथ-साथ सभी राज्यों के मुख्यमंत्री को 9 सितंबर को रात्रि भोज में शामिल होने का निमंत्रण भेजा था. इसमें शामिल होने के लिए हेमंत सोरेन के साथ शिबू सोरेन भी दिल्ली गए थे. वहीं, दिल्ली से वापसी के समय शिबू सोरेन की तबीयत अचानक बिगड़ गई. जिसके बाद शिबू सोरेन को दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया. हेमंत सोरेन ने डॉक्टरों से अपने पिता शिबू सोरेन के सेहत की पूरी जानकारी ली. ऐसे में पहली वजह ये है कि हेमंत सोरेन दिल्ली में रहकर अपने पिता की देखभाल और चिकित्सकों से सलाह कर रहे हैं. मिली जानकारी के अनुसार शिबू सोरेन के स्वास्थ्य में काफी सुधार आया है.
दूसरी वजह : सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर वकीलों से सलाह
ईडी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में हेमंत सोरेन की ओर से रिट याचिका दाखिल की गई थी. जिस पर 18 सितंबर को सुनवाई होनी है. ऐसे में हेमंत सोरेन अपने वकील मुकुल रोहतगी के साथ–साथ सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल और अन्य वकीलों से सलाह ले रहे हैं. 18 सितंबर को सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस अनिरुद्ध बोस और जस्टिस बेला एम त्रिवेदी की अदालत में उनकी याचिका पर सुनवाई होने वाली है.
सीएम ने सुनवाई टालने का किया था अनुरोध
मिली जानकारी के अनुसार खुद हेमंत सोरेन की ओर से आज होने वाली रिट पिटीशन की सुनवाई को टालने का अनुरोध किया गया था. सीएम के इस अनुरोध पर कोर्ट की ओर से फैसला आ गया है. कोर्ट ने आज होने वाली सुनवाई को टाल कर 18 सितंबर कर दिया है. दरअसल, सीएम की ओर से कहा गया था कि हेमंत सोरेन के वकील की तबीयत खराब है इसलिए वो कोर्ट में उपस्थित नहीं हो सकेंगे. इसलिए सुनवाई की तारीख को 15 सितंबर से बढ़ाकर किसी और दिन रख दिया जाए.
तीन बार ED ने सीएम हेमंत को भेजा है समन
जमीन घोटाले मामले में सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ने अभी तक कुल 3 बार समन भेजा है.
- पहली बार 14 अगस्त को उन्हें ईडी के रांची स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचना था.
- दूसरा समन सीएम हेमंत सोरेन को 19 अगस्त को जारी किया गया और उन्हें 24 अगस्त को ईडी दफ्तर बुलाया गया. हालांकि, वो 24 अगस्त को भी ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे. वहीं, सीएम हेमंत ने दूसरे समन के बाद सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी.
- दूसरे समन के बाद भी जब हेमंत सोरेन ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे तब उन्हें ईडी की ओर से 1 सितंबर को तीसरा समन भेजा गया और 9 सितंबर को ईडी कार्यालय बुलाया गया. लेकिन इस दिन भी सीएम हेमंत सोरेन ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे.
याचिका में हेमंत सोरेन की ओर से क्या कहा गया है?
ईडी के समन के बाद सीएम हेमंत सोरेन की ओर से सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिका दायर की गई. दायर याचिका में सीएम सोरेन ने पीएमएलए-2002 की धारा 50 और 63 की वैधता को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है. पीएमएलए की धारा 19 के तहत जांच एजेंसी को धारा 50 के तहत बयान दर्ज करने के दौरान ही किसी को गिरफ्तार करने के अधिकार है.