लोकसभा में बीते 13 दिसंबर को सुरक्षा में हुई चुक को लेकर विपक्ष लगातार केन्द्र सरकार पर हमलावर है. इस मामले में झारखंड़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि सुरक्षा में हुई चुक को लेकर प्रधानमंत्री और गृहमंत्री का सदन में बयान नहीं देना और विपक्ष के सांसदों को लोकसभा की कार्यवाही से निलंबित करना यह दर्शाता है कि केन्द्र सरकार किसी भी स्तर पर जाकर लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है.
उन्होंने आगे कहा कि केन्द्र सरकार का यह धिनौना कृत्य लोकतांत्रित सिद्धांतों और मूल्यों की नग्न हत्या है और अपनी मनमानी पर उतर आयी है. मोदी सरकार विपक्ष मुक्त संसद देखना चाहती है ताकि अहम बिलों को मनमाने ढंग से पारित कर सके. सरकार संसद की सुरक्षा को नजरअंदाज कर लोगों का ध्यान भटकाने का काम कर रही है ताकि गरीबों की बात, किसानों की बात, महिलाओं की बात और युवाओं की बात संसद में न गुंजे. लेकिन जब तक हम रहेंगे इनकी आवाज बुलंद करते रहेंगे.
केन्द्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होने कहा कि, लोकतांत्रिक मानदंडों को मोदी सरकार कूडेदान में फेंक रही है. लेकिन कांग्रेस पूरी मजबूती के साथ लोकतंत्र को बचाने का काम करेगी और इसी कड़ी में शुक्रवार को इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ केन्द्र की तानाशाही रवैये एवं विपक्षी दलों के 142 सांसदों के निलंबन के विरोध में सुबह दस बजे शहीद चौक से राजभवन तक ’आक्रोशपूर्ण विरोध मार्च’ निकाला जायेगा. जिसमें प्रदेश के पदाधिकारियों, अग्रणी मोर्चा के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों सहित सभी कांग्रेसजन शामिल रहेंगे.