केंद्र की मोदी सरकार ने आज यानी 16 अगस्त को कैबिन्ट की बैठक की. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए. ताकि आने वाले चुनाव से पहले आम जनता के साथ-साथ पार्टी को भी फायदा हो सके. जिसमें दो मंजूरी को काफी अहम माना जा रहा है. पहला पीएम ई-बस सेवा और दूसरा विश्वकर्मा योजना. बता दें कि विश्वकर्मा योजना का जिक्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले से भी किया था.
दोनों योजनाओं से क्या होगा फायदा
सबसे पहले बात पीएम ई-बस सेवा की करते हैं. इस योजना के लिए सरकार 57,613 करोड़ रुपये खर्च करेगी. इस योजना के तहत 10,000 नई इलेक्ट्रिक बसें चलाई जाएंगी. शुरूआती समय में इन ई-बसों का ट्रायल देश के 100 अलग-अलग शहरों में किया जाएगा.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि इस योजना में खर्च होने वाले 57,613 करोड़ रुपये में से 20,000 करोड़ रुपये केंद्र सरकार मुहैया कराएगी. इस योजना के तहत 10 सालों के लिए बस ऑपरेटर्स को सपोर्ट करने का प्लान है. इश योजना में प्राथमिकता उन शहरों को दिया जाएगा, जहां बसों की सेवा नियमित नहीं है. एक अंदाजा के अनुसार इस योजना से सीधेतौर पर 45,000 से 55,000 लोगों रोजगार मिलेगा.
अब बात पीएम विश्वकर्मा योजना की करते हैं. इस योजना के तहत लोगों के पारंपरिक कौशल को आर्थिक मदद दी जाएगी. इस योजना के तहत कुछ शर्तों के साथ जरुरतमंद लोगों को एक लाख रुपए तक का कर्ज मुहैया कराया जाएगा.