झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 16 मई को नई दिल्ली में बन रहे झारखंड भवन के सभी सात फ्लोर का निरीक्षण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कांफ्रेंस हॉल, डाइनिंग हॉल, मुख्यमंत्री कक्ष, गेस्ट रूम, गवर्नर सुइट समेत अन्य स्थलों का जायजा लिया. वहीं, मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों, सलाहकार और कार्यान्वयन एजेंसियों के साथ एक समीक्षा बैठक भी हुई. जिसके बाद मुख्यमंत्री संतुष्ट नजर नहीं आए और उन्होंने 15 दिनों के अंदर संबंधित जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा. उन्होंने भवन की गुणवत्ता, सुरक्षा और अतिथि की सुविधा के लिए आवश्यक बदलाव करने का निर्देश अधिकारियों को दिए. जिसके बाद झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने एक ट्वीट कर सीएम हेमंत सोरेन पर तंज कसा है.
बाबूलाल ने ट्वीट कर ये लिखा
सीएम ने निरीक्षण के बाद जांच के आदेश दिए. जिस पर बाबूलाल ने आज यानी 17 मई को ट्वीट कर तंज कसा है. उन्होंने लिखा “ सुनने में आया है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी दिल्ली झारखंड भवन निर्माण कार्य में ख़राब गुणवत्ता को लेकर काफ़ी नाराज़ हैं. मेरा सुझाव है कि इस गुणवत्ता की जांच इंजीनियर वीरेंद्र राम से कराई जाए. मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्यों कि आज से लगभग डेढ़ साल पहले कांची नदी में पूल धंस गया था, तो आपकी सरकार ने इसकी जांच का दायित्व वीरेंद्र राम जैसे महाभ्रष्ट अधिकारी को सौंपा था और आज तक किसी पर कार्रवाई नहीं हुई.
मुख्यमंत्री जी, पहले तो आपके गुर्गे अपने मनचाहे लोगों से पैसे लेकर उसकी पोस्टिंग करवाते हैं, उससे मनचाहे लोगों को ठेका दिलवाते है, फिर उस ठेके पर मोटी कमीशन लेते है और फिर आपके भ्रष्ट अधिकारी ही उसके गुणवत्ता की जांच करते हैं. जनता सब समझती है.”