धनबाद में बीते 10 सालों से भाजपा का कब्जा है. भाजपा से राज सिंहा इस सीट से विधायक हैं. 2019 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी राज सिन्हा ने कांग्रेस प्रत्याशी मन्नान मल्लिक को शिकस्त दी थी.2019 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी राज सिन्हा को 1,20,773 मत मिले थे तो वही कांग्रेस प्रत्याशी मन्नान मल्लिक को 90,144 वोट मिले थे। इससे पहले 2014 के चुनाव में भी राज सिन्हा यहां से विधायक चुने गए थे.
भाजपा से दावेदार –
दो बार के विधायक रहने के बावजूद इस बार राज सिंहा के टिकट पर संशय है. खबरों की मानें तो भाजपा यहां से प्रत्याशी बदलने की तैयारी में है. भाजपा के कई दिग्गज नेता और कारोबारी भाजपा की टिकट पाने के लिए गली से लेकर सदन तक के चक्कर लगा रहे हैं। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि भाजपा यहां से पर इस बार कोई नए चेहरे को मैदान में उतार सकती हैं. अमरेश सिंह का नाम टिकट का चर्चा में शामिल है. अमरेश सिंह भाजपा के एक बड़े राष्ट्रीय नेता के करीबी माने जाते हैं. वैसे अमरेश सिंह की दावेदारी पिछले विधानसभा चुनाव में भी रही है. लेकिन पार्टी ने राज सिन्हा पर भरोसा जताया था और वह पार्टी के भरोसे पर एकदम से खरे उतरे. अमरेश सिंह के अलावा एलबी सिंह चंद्रशेखर अग्रवाल असर्फी हॉस्पिटल के मालिक हरेंद्र सिंह का नाम भी टिकट के दावेदारों में शामिल है.अब पार्टी आलाकमान किस पर भरोसा जताती है ये कुछ दिनों में साफ हो जाएगा.
कांग्रेस के दावेदार –
विधानसभा चुनाव को लेकर इस बार कांग्रेस आलाकमान की ओर से चुनाव लडने के इच्छुक अपने सभी नेता और कार्यकर्ताओं से बायोडाटा की मांग की गई, जिसके बाद धनबाद जिले से लगभग 200 बायोडाटा भेजे गए। कांग्रेस के जिला अध्यक्ष संतोष सिंह भी अन्य नेताओं की तरह धनबाद से चुनाव लडने के लिए अपना बायोडाटा प्रदेश कांग्रेस को भेजा था। यह खबर बाहर आने के बाद कई कांग्रेसी सड़क पर उतरकर अपने ही जिला अध्यक्ष संतोष सिंह के खिलाफ आज बुलंद की, और संतोष सिंह का विरोध कर रहे थे। भाजपा के अलावा कांग्रेस में भी कई राजपूत नेता हैं जो चुनावी मैदान में इस बार बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे.
धनबाद सीट का इतिहास –
झारखंड अलग राज्य बनने के बाद धनबाद विधानसभा के इतिहास पर गौर करें तो
2005 में पशुपतिनाथ सिंह भाजपा के टिकट से जीते थे. उन्होंने कांग्रेस के मन्नान मल्लिक को हराया था.
2009 के चुनाव में कांग्रेस के मन्नान मलिक जीते.
2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा से राज सिंहा जीते. कांग्रेस से मन्ना मलिक दूसरे नंबर पर रहे.
2019 में राज सिंहा ने भाजपा के टिकट से दूसरी बार जीत दर्ज की. मन्ना मलिक को इस बार भी हार का सामना करना पड़ा.
अब 2024 के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस किसे यहां से अपना प्रत्याशी बनाते हैं ये तो आलाकमान के फैसले के बाद ही पता चल पाएगा.