केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने आज जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में चुनाव की तारीखों का ऐलान किया. जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. यहां मतदान की तारीखों का ऐलान करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने एक शायरी कही जो सोशल मीडिया में खूब वायरल है.
प्रदेश में 10 साल बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि
लंबी कतारों में छुपी है, बदलती सूरत-ए-हाल
यानी जम्हूरियत की कहानी, रोशन उम्मीदें अब खुद करेंगी
गोया अपनी तकदीर-ए-बयानी
जम्हूरियत के जश्न में आप भी करें शिरकत
दुनिया देखेगी नापाक इरादों के शिकस्त की कहानी
गौरतलब है कि 5 अगस्त 2019 को राज्य का पुनर्गठन होने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार को निर्देश दिया था कि 30 सितंबर तक विधानसभा के चुनाव करा लिए जायें. निर्वाचन आयोग ने बताया कि जम्मू कश्मीर में कुल 87.09 लाख वोटर्स हैं. इनमें 44.46 लाख पुरुष मतदाता हैं. वहीं महिला मतदाताओं की संख्या 42.62 लाख है. 3.71 लाख मतदाता वैसे हैं जो पहली बार मताधिकार का प्रयोग करेंगे. 20-29 वर्ष की आयुवर्ग वाले 20.7 लाख मतदाता हैं.
केंद्रीय निर्वाचन आयोग की वेबसाइट में दी गई आधिकारिक जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा का चुनाव कराने के लिए कुल 11,800 पोलिंग स्टेशन बनाए गये हैं. इनमें से 2,332 पोलिंग बूथ शहरी इलाकों में हैं जबकि ग्रामीण इलाकों में 9,506 पोलिंग बूथ हैं. प्रत्येक पोलिंग बूथ पर औसतन 735 वोटर्स होंगे. दिव्यांगों के लिए 90 पोलिंग बूथ हैं तो वहीं 90 पोलिंग बूथ महिला केंद्रित होंगे. 360 पोलिंग बूथ मॉडल बूथ घोषित किए गये हैं जहां विशेष सुविधायें होंगी.