हेमंत सोरेन को लेकर भाजपा और झामुमो के बीच छिड़ी जुबानी जंग, जानें क्या है पूरा मामला

Share:

झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज होने के बाद अब भारतीय जनता पार्टी और झारखंड मुक्ति मोर्चा के बीच जुबानी जंग शुरु हो गयी है. सुप्रीम कोर्ट के सुनवाई से इंकार करने के बाद ही भाजपा सीएम हेमंत सोरेन पर हमलावर हो गई है. भाजपा पर पलटवार करते हुए झामुमो के प्रवक्ता ने भी भाजपा पर भी निशाना साधा है.

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ सैयद जफर इस्लाम ने बीते कल यानी 18 सितंबर को नयी दिल्ली में प्रेस वार्ता में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में अपनी सत्ता और पद का दुरुपयोग कर 10 से 20 हजार करोड़ के घोटाले किए हैं.जफर इस्लाम का कहना है कि हेमंत सोरेन के पास रांची के फायरिंग रेंज के बगल में लगभग 100 एकड़ की जमीन है. इसकी अनुमानित कीमत लगभग 500 करोड़ है. इस जमीन का जिक्र हेमंत सोरेन के शपथ पत्र में भी नहीं है. इसके साथ ही जफर इस्लाम ने कहा कि हेमंत सोरेन के पास इस तरह की और भी बेनामी संपत्तियां हैं. उन्होंने कहा कि हेमंत सोरेन का जमीन घोटाला का यह तरीका है कि जब उनको जमीन लेनी हो, तो वे उसी जिला के निवासी बन जाते हैं. यही नहीं नाम बदल कर जमीन पर कब्जा कर लेते हैं. उदाहरण के तौर पर हेमंत सोरेन का नाम बदल कर हेमंत कुमार सोरेन कर दिया जाता है. उनके पिता शिबू सोरेन का नाम बदल कर शिव सोरेन कर दिया गया है. उन्होंने झारखंड सरकार को इंडिया एलायंस के भ्रष्टाचार एवं घोटाले का स्लीपर सेल तक बता दिया है.

इतना ही नहीं जफर इस्लाम ने और अन्य भ्रष्टाचार के अन्य मुद्दों पर भी हेमंत सोरेन को घेरा है.
डॉ इस्लाम ने हेमंत सोरेन सरकार के भ्रष्टाचार की लिस्ट जारी करते हुए कहा कि गरीबों को रोजगार देने वाली मनरेगा योजना में 550 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ. उद्योग को मिलने वाले कोल ब्लॉक ब्लाक आवंटन में 1500 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ. शासन प्रशासन के संरक्षण में 1500 करोड़ के अवैध खनन घोटाला किया गया. ग्रामीण विकास फंड का दुरुपयोग कर 1500-2000 करोड़ रुपये के घोटाले किये गये. वहीं तीन से पांच हजार करोड़ रुपये के जमीन घोटाले हुए. उन्होंने कहा कि झारखंड में ट्रांसफर पोस्टिंग उद्योग सबसे ज्यादा फल-फूल रहा है. इसमें लगभग 100 से 500 करोड़ रुपये के घोटाले हुए. वहीं शराब के कारोबार में भ्रष्टाचार चरम पर है. अभी तक उपलब्ध जानकारी के अनुसार लगभग 2000 करोड़ रुपये का शराब घोटाला हुआ है.

डॉ इस्लाम ने कहा कि हेमंत सोरेन ईडी की जांच से भाग रहे हैं, उन्हें उच्चतम न्यायालय सो कोई राहत नहीं मिली. मुझे विश्वास है कि उन्होंने जिस तरह का भ्रष्टाचार किया है,उन्हें किसी भी अदालत में कोई राहत नहीं मिलेगी. उन्हें जांच का सामना करना होगा, उनके कारनामे लोगों के सामने आएंगे.

भाजपा के इन आरोपों का पलटवार करते हुए झारखंड मुक्ति मोर्चा के महासचिव सह प्रवक्ता विनोद कुमार पांडेय ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जो भी संपत्ति है, वो पब्लिक डोमेन में है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनाव आयोग, इनकम टैक्स सहित अन्य केंद्रीय जांच एजेंसियों को अपनी और पूरे परिवार की संपत्ति का पूरा विवरण उपलब्ध करा रखा है. उन्होंने कहा कि बार-बार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनके परिवार की संपत्ति के संदर्भ में तथ्यहीन आरोप लगा कर भाजपा राज्य के आदिवासी मुख्यमंत्री की छवि खराब करने का षड्यंत्र रच रही है. हेमंत सोरन देश के सबसे सशक्त आदिवासी नेता के रूप में उभर चुके हैं. दरअसल भाजपा को यह पच नहीं रहा है. इसलिए हेमंत की छवि को खराब करने का षडयंत्र रचा जा रहा है.

भाजपा पर निशाना साधते हुए विनोद पांडेय ने कहा कि सियासी मैदान में बुरी तरह परास्त हो चुकी भाजपा राज्य में गठबंधन की सरकार बनने के अगले दिन से ही आदिवासी मुख्यमंत्री और उनके परिवार को बदनाम करने का स्वांग रच रही है. भाजपा का उद्देश्य राज्य के विकास के लिए दिन रात काम कर रही हेमंत सरकार के खिलाफ धारणा बना कर सत्ता हथियाना है.
झारखंड को मुक्त कराकर अलग राज्य बनाने के आंदोलन में अपना सब कुछ दांव पर लगाने वाले सोरेन परिवार को बदनाम करने का भाजपा का सपना जग जाहिर हो चुका है और आने वाले दिनों में होने जा रहे चुनाव में राज्य की जनता इसका मुंहतोड़ जवाब देगी.

इस आरोप-प्रत्यारोप के बीच सभी को आगामी 23 सितंबर का इंतजार है, 23 सितंबर को ईडी ने हेमंत सोरेन को पूछताछ के लिए चौथी बार समन भेजा है.सबके मन में यही सवाल है कि हेमंत सोरेन इडी ऑफिस जाएंगे या नहीं. अब ईडी की आगे की कार्रवाई के बाद ही पता चल पाएगा कि झारखंड की राजनीति में क्या नया मोड़ आएगा.

Tags:

Latest Updates