देश में जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं सभी पार्टियों की धड़कने बढ़ती जा रही है. वहीं झारखंड में अबतक गठबंधन का सीट शेयरिंग को लेकर भी कोई अंतिम निर्णय नहीं हो पाया है. इस बार लोकसभा चुनाव में देशभर की विपक्षी पार्टियां एकजुट होकर केंद्र की बीजेपी सरकार के खिलाफ लड़ने वाली है. इसके लिए देश में इंडिया गठबंधन यानी Indian National Developmental Inclusive Alliance बनाई गई है. इस गठबंधन की पहली बैठक में तय हुआ है कि लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग करके चुनाव लड़ा जाएगा.
वहीं बात अगर झारखंड की संदर्भ में करें तो झारखंड में सीट शेयरिंग फॉर्मूला में भी पेंच फंसता दिख रहा है. झारखंड में सात दलों को मिलाकर इंडिया कुनबा बनेगा जिसमें कांग्रेस, झामुमो, राजद, जदयू, भाकपा माले, भाकपा और माकपा इंडिया गठबंधन का हिस्सा हैं और झारखंड में लोकसभा सीटों की संख्या 14 हैं. इंडिया गठबंधन की सात पार्टियां इसकी दावेदार हैं. सात दलों के बीच 14 सीटों का बांटवारा करना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है.
रिपोर्ट की मानें तो झारखंड कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव में 2019 चुनाव के मुकाबले दो सीटें ज्यादा लड़ना चाहती है. मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस ने 9-4-1 के फार्मूले पर 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. दरअसल, 9 सीटें कांग्रेस अपने पास रखना चाहती है, जबकि 4 सीटें झारखंड मुक्ति मोर्चा और मात्र एक सीट राजद को देने के पक्ष में है. हालांकि, झामुमो या राजद से कांग्रेस की अभी सीट शेयरिंग पर बात नहीं हुई है. बता दें कि, कांग्रेस हजारीबाग, पश्चिम सिंहभूम, चतरा, गोड्डा, धनबाद, रांची, खूंटी, लोहरदगा और कोडरमा से लड़ना चाहती है.
वहीं झारखंड आरजेडी लोकसभा चुनाव 2024 में 14 सीट में से 04 सीटों पर दावेदारी पेश कर रही है. आरजेडी प्रदेश उपाध्यक्ष अनिता यादव ने कहा कि पार्टी झारखंड की 04 लोकसभा सीट पलामू, चतरा, कोडरमा और गोड्डा पर मजबूत स्थिति में है. इसलिए राजद का स्वाभाविक दावा इन चार लोकसभा सीटों पर बनता है.हालांकि उपाध्यक्ष अनिता यादव ने यह भी साफ कर दिया है कि प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं ने अपनी तरफ से चार लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है. अंतिम फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ही करेंगे.
इस बार हजारीबाग सीट में भाकपा भी अपना दावा ठोक रही है. पूर्व सांसद भुवनेश्वर मेहता ने कहा कि I.N.D.I.A के संयोजकों में डी राजा भी हैं. वे पहले ही सीएम से हजारीबाग सीट भाकपा के लिए मांग चुके हैं.
इस बार जदयू भी झारखंड में एक सीट से लड़ने की तैयारी में है . रिपोर्ट्स के अनुसार जदयू गिरिडीह सीट पर अपना दावा पेश कर सकती है.
वहीं जेएमएम ने अब तक सीट शेयरिंग को लेकर कुछ स्पष्ट जानकारी नहीं दी है. लेकिन सूत्रों के अनुसार झामुमो विधानसभा चुनाव परिणाम के आधार पर सीटों के बंटवारे के पक्ष में है.बता दें झारखंड में वर्तमान में झामुमो के 29 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के 16 और राजद का एक विधायक है.
झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि सभी को दावा करने की अपनी-अपनी आजादी है. दलों के वरिष्ठ नेताओं की बात होगी तो स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. जमीनी ताकत की मजबूती के आधार पर चुनाव लड़ेंगे.
रिपोर्ट्स के अनुसार आगामी 16 सितंबर से कांग्रेस की केंद्रीय वर्किंग कमेटी की तीन दिवसीय बैठक हैदराबाद में होने वाली है, जिसमें सभी राज्यों के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और विधायक दल के नेता शामिल होंगे.इसी बैठक में कांग्रेस I.N.D.I.A के साथ सभी राज्यों में सीटों शेयरिंग पर भी मंथन करेगी. इसके बाद गठबंधन की चौथी बैठक मध्य प्रदेश के भोपाल में हो सकती है, जिसमें सीटों की शेयरिंग पर फाइनल निर्णय लिया जा सकता है.