भाजपा नेता अनिल टाइगर का एक हत्यारा पकड़ा गया. उसे पुलिस ने नहीं बल्कि ग्रामीणों ने पकड़ा है.
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक बाइक से आये हमलावरों ने कांके चौक पर बैठे भाजपा नेता अनिल टाइगर को गोली मारी और भाग रहे थे. भागने के क्रम में एक हमलावर बाइक से पिठोरिया के पास गिर गया. तभी वहां मौजूद ग्रामीणों ने दिलेरी दिखाते हुए उसे पकड़ा और पुलिस को सौंप दिया.
पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है ताकि हत्या की वजह का पता लगाया जा सके.
गौरतलब है कि अनिल टाइगर भाजपा रांची ग्रामीण जिला महामंत्री थे. उसकी हत्या राजनीतिक कारणों से की गई या ये आपसी रंजिश का मामला है. पुलिस पता लगाने का प्रयास कर रही है.
कांके चौक पर अनिल टाइगर को मारी गई गोली
गौरतलब है कि आज दोपहर को अनिल टाइगर की हत्या उस वक्त कर दी गई जब वह कांके चौक पर दुकान में बैठे थे. गोली लगने से घायल अनिल टाइगर को तुरंत रिम्स अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी.
राजधानी रांची में दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड पर सियासत गरमा गई है.
नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने को कहा है. रांची विधायक सीपी सिंह ने कहा कि राज्य में विधि-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जनप्रतिनिधियों की खुलेआम हत्या हो रही है. आम लोग कैसे सुरक्षित रहेंगे.
अनिल टाइगर की हत्या से गुस्साये लोगों ने लगाया जाम
बताया जा रहा है कि अनिल टाइगर की हत्या के बाद गुस्साए परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों ने समर्थकों के साथ मिलकर कांके चौक को जाम कर दिया. वे अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद ही जाम खोलने की मांग पर अड़े थे.
गौरतलब है कि हत्याकांड को उस वक्त अंजाम दिया गया जब डीजीपी अनुराग गुप्ता राज्य में विधि-व्यवस्था के मसले पर अहम मीटिंग ले रहे थे.