झारखंड विधानसभा के बजट सत्र का आज दसवां दिन है. सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में खूब हंगमा देखने को मिला.
बता दें की पश्नकाल की कार्यवाही शुरू होते ही नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सत्ता के लोग “हेमंत है तो हिम्मत है की बात करते हैं” लेकिन हालिया घटनाओं से लग रहा है कि “अब अपराधियों में हिम्मत आ गई है”
विधि व्यवस्था पर गरमाया सदन
आगे नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस गंभीर मसले पर कार्य स्थगन लाकर विशेष चर्चा करने की जरूरत है. स्पीकर ने कहा कि अभी प्रश्नकाल चलना चाहिए. उन्होंने भाजपा विधायक अमित यादव का नाम पुकारा लेकिन अमित यादव ने भी कहा कि विधि व्यवस्था पर चर्चा होनी चाहिए. इतना होते ही भाजपा के विधायक वेल में आ गए और विधि व्यवस्था पर विशेष चर्चा करने की मांग करने लगे. इसको देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने सभा की कार्यवाही 12:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी.
48 घंटे में कई आपराधिक मामले आ चुकी है सामने
मालूम हो कि बीते कुछ दिनों में झारखंड में विधि व्यवस्था से जुड़े कई मामले आ सामने आए हैं. पिछले सप्ताह 5 से 8 मार्च के दौरान राज्य में तीन बड़ी आपराधिक घटनाएं हुई. बुधवार की देर रात रांची के चान्हो स्थित आश्रम में एक संत समेत दो लोगों की हत्या हुई. जब 7 मार्च को राजधानी रांची में दिनदहाड़े कोयला कारोबारी विपिन मिश्रा पर जानलेवा हमला हुआ था.
इस घटना के कुछ घंटे बाद ही हजारीबाग में एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की गोली मारकर हत्या कर दी गई. हालांकि आश्रम में हुए डबल मर्डर केस मामले में चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जबकि कोयला कारोबारी पर हमला मामले में अपराधियों की पहचान होने का डीजीपी दावा कर चुके हैं.
लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए विपक्ष इस मुद्दे को सदन के भीतर उठाई. लेकिन हंगामा बढ़ने की वजह से सदन की कार्यवाही को कुछ देर के लिए स्थागित कर दिया गया था. हालांकि सदन की कार्रवाई फिर से शुरू हो गई है.