साइबर अपराध के लिए कुख्यात जामताड़ा फिर चर्चा में है. साइबर पुलिस ने गुरुवार को 7 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने 32 मोबाइल फोन, 37 फर्जी सिमकार्ड और 5 बाइक बरामद की है. ये गिरोह झारखंड के अलावा बंगाल, बिहार, महाराष्ट्र और कर्नाटक में एक्टिव था. गिरोह के सदस्य फर्जी लिंक भेजकर स्मार्ट मीटर के नाम का झांसा देकर लोगों के बैंक खातों से रकम उड़ाते थे. पुलिस ने गुरुवार को जामताड़ा के नारायणपुर थानाक्षेत्र अंतर्गत बांस पहाड़ी में निर्माणाधीन मकान में छापेमारी कर गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया है. पुलिस को इनके पास 5 आईफोन भी मिला.
इन चार राज्यों में एक्टिव था गिरोह
इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए जामताड़ा एसपी एहतेशाम वकारिब ने बताया कि पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई की. अपराधी बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और कर्नाटक में लोगों को फर्जी लिंक भेजकर शिकार बनाते थे. कभी ये लोग स्मार्ट मीटर लगवाने के नाम पर भी साइबर ठगी किया करते थे. पुलिस इन सातों का आपराधिक इतिहास भी खंगाल रही है.
साइबर क्राइम के लिए कुख्यात जामताड़ा
गौरतलब है कि जामताड़ा साइबर क्राइम के लिए कुख्यात रहा है. यहां के अधिकांश इलाकों में लोग साइबर ठगी के अपराध में लिप्त हैं. अधिकांश अपराधी किशोर और युवा हैं. कभी बैंक केवीईसी अपडेट करने के नाम पर तो कभी केबीसी में बड़ी रकम जीतने का लालच देकर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. जामताड़ा के साइबर अपराधियों का शिकार बनने वालों में बॉलीवुड सेलिब्रिटी से लेकर राजनेता तक शामिल हैं. कई बार अन्य राज्यों की पुलिस यहां छापेमारी करती है. जामताड़ा के इस आपराधिक ताने-बाने पर जामताड़ा नाम की वेबसीरीज भी बन चुकी है.