हफीजुल हसन

हफीजुल हसन ने चौथी बार ली मंत्री पद की शपथ, जानें कैसा रहा है सियासी सफर !

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झारखंड में आज यानी 5 दिसंबर को पूर्ण रुप से हेमंत कैबिनेट का गठन हो चुका है. इस बार झारखंड मंत्रिमंडल के सभी 12 पदों पर मंत्रियों को जगह दी गई है.कई नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह मिली तो कई पुराने चेहरों को भी रिपीट किया गया है. जिनमें एक नाम है मधुपुर विधायक हफीजुल हसन का.हफीजुल हसन ने चौथी बार झारखंड कैबिनेट के मंत्री के रुप में शपथ ली है.

बिना विधायक बने ही ली थी मंत्री पद की शपथ

हफीजुल हसन झारखंड की राजनीति में काफी चर्चित नाम है। उनके बारे में सबसे दिलचस्प बात ये रही कि वो बिना विधायक बने ही मंत्री बन गए थे.फरवरी 2021 में हफीजुल हसन ने मंत्री पद की शपथ ली थी। उस दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन थे। जब हफीजुल हसन ने मंत्री पद की शपथ ली थी तब वह विधायक भी नहीं थे। हफीजुल हसन, हाजी हुसैन अंसारी के बेटे हैं। हाजी हुसैन अंसारी शिबू सोरेन के काफी करीबी माने जाते रहे हैं और 2020 में उनका निधन हो गया था। इसके बाद 2021 में मधुपुर में उपचुनाव कराए गए हाजी हुसैन की जगह उनके बेटे हफीजुल हसन को मंत्री बनाया गया है.

चंपाई कैबिनेट में भी बने मंत्री 

कथित जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन को जब ईडी ने गिरफ्तार किया, तो महागठबंधन सरकार की कमान चंपाई सोरेन को सौंपी गई. चंपाई सोरेन की कैबिनेट में भी हफीजुल हसन अंसारी मंत्री बनाए गए. जेल से बाहर आने के बाद हेमंत सोरेन फिर से मुख्यमंत्री बने, तो तीसरी बार हफीजुल हसन अंसारी को मंत्री बनाया.हफीजुल हसन को इससे पहले हेमंत कैबिनेट और चंपाई कैबिनेट में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, निबंधन विभाग, पर्यटन, कला संस्कृति खेलकूद एवं युवा कार्य विभाग मिला है.

सरकारी नौकरी छोड़ राजनीति में आए

हफीजुल हसन अंसारी मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से आते हैं। रिपोर्ट्स बताती हैं कि वे नौकरी छोड़कर झामुमो की राजनीति में आए हैं। उन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी स्कूल मधुपुर से मैट्रिक तक शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वे पटना चले गए। बीआईटी सिंदरी से बी टेक इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की.

जिसके बाद कुछ दिनों तक झारखंड राज्य खनिज निगम में सर्वेयर के रूप में नौकरी भी की। पिता जेएमएम के कद्दावर नेता हाजी हुसैन अंसारी के साथ साल 1995 से साया की तरह राजनीति में सक्रिय रहे हैं। मधुपुर विधानसभा में झारखंड मुक्ति मोर्चा का संगठन और चुनाव प्रचार प्रसार का वर्षों से जिम्मा हफीजुल अंसारी के हाथ में रहा है.

गंगानारायण सिंह को हराया

2024 के चुनाव में हफीजुल हसन ने मधुपुर विधानसभा सीट से झामुमो के टिकट पर चुनाव लड़ा और जीता. उन्होंने भाजपा प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह को 20,027 वोटों से हरा दिया। हेमंत कैबिनेट में अल्पसंख्यक कोटे से दो मंत्रियों को जगह दी गई है ,हफीजुल हसन और इरफान अंसारी को इस कोटे से मंत्री बनाया गया है.

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