गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्य चुनाव आयुक्त और राज्यपाल को पत्र लिखकर किया ये आग्रह

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झारखंड में नया साल राजनीतिक हलचल के साथ आया है. साल के शुरु होते ही राज्य में कई राजनीतिक उठापटक देखे गए. जहां ईडी ने सीएम को आखिरी समन भेजा वहीं गांडेय विधायक डॉ सरफराज अहमद ने अपना इस्तीफा दे दिया. इसी बीच सीएम सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन और पिता शिबू सोरेन के गांडेय सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ने और नया सीएम बनने की भी अटकलें तेज होती गई.

हालांकि बीते 3 जनवरी को सीएम सोरेन ने विधायक दल की बैठक में यह स्पष्ट कर दिया कि वे इस्तीफा नहीं देंगे और सीएम पद पर बने रहेंगे. लेकिन इन सब के बाद भी विपक्षी पार्टी भाजपा शांत नहीं हो रही है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे लगातार राज्य सरकार पर निशाना साध रहे हैं और गांडेय सीट में विधानसभा चुनाव न हो इसके लिए लगातार राज्यपाल और मुख्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिख रहे हैं.
झारखंड में बीजेपी के 11 सांसद हैं लेकिन गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे हेमंत सोरेन की नीतियों का और राज्य सरकार का खुलकर विरोध करते हैं और बार बार राज्य सरकार पर सवाल उठाते रहते हैं.

वहीं गांडेय विधानसभा सीट खाली हो जाने के बाद सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी और झारखंड राज्यपाल को पत्र लिखकर गांडेय में उपचुनाव न कराने का आग्रह किया है और साथ ही इसके पीछे की वजह भी बताई है. सांसद निशिकांत दुबे ने मुख्य चुनाव आयोग को पत्र लिखा है और भेजे पत्र की कॉपी सोशल मीडिया में पोस्ट भी की है.

सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए निशइकांत दुबे ने लिखा- मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जी के इस्तीफ़ा देने के बाद उनकी पत्नी कल्पना जी या पिता आदरणीय शिबू सोरेन जी या खुद हेमंत सोरेन जी उपचुनाव के लिए ख़ाली कराई गई सीट गांडेय से विधायक नहीं बन सकते ,क्योंकि मुम्बई हाईकोर्ट के काटोल विधानसभा उपचुनाव के निर्णय के अनुसार 1 साल से उपर की समय सीमा में चुनाव नहीं हो सकता ।इसी कारण से जुलाई 2021 में भाजपा के उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जी को इस्तीफ़ा देना पड़ा था ।झारखंड को लूटने से बचाने का संकल्प मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखकर अनुरोध किया.

इतना ही नहीं सांसद ने इस पत्र को झारखंड के राज्यपाल के पास भी भेजा है और ट्वीट कर लिखा- झारखंड के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन जी को पत्र लिखकर सुप्रीम कोर्ट व हाईकोर्ट के निर्णय के आधार पर हेमंत सोरेन जी के इस्तीफ़ा देने के बाद किसी भी ग़ैर विधायक को मुख्यमंत्री पद की शपथ नहीं दिलाने का आग्रह किया.

बता दें सांसद निशिकांत दुबे से पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भी गांडेय विधानसभा सीट पर उप चुनाव को लेकर पत्र लिखा था. बाबूलाल मरांडी ने राज्यपाल को लिखे गए पत्र में राज्य को संवैधानिक संकट से बचाने का आग्रह किया है.

 रिपोर्ट- अंवतिका राज चौधरी 

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