गैंगस्टर अमन साहू समेत 7 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. एटीएस इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिंह ने पलामू के चैनपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. गौरतलब है कि पलामू जिले के चैनपुर थानाक्षेत्र अंतर्गत अन्हारी ढोडा में एनकाउंटर में पुलिस ने गैंगस्टर अमन साहू को मार गिराया था. उसका एनकाउंटर तब हुआ जब रायपुर से रांची लाए जाने के क्रम में वह अपने सहयोगियों की सहायता से भागने की कोशिश कर रहा था. गौरतलब है कि 12 मार्च यानी आज अमन साहू को एनआईए कोर्ट में पेश किया जाना था. दरअसल, बीते शुक्रवार को रांची के बरियातू रोड में व्यावसायी बिपिन मिश्रा पर फायरिंग की जिम्मेदारी अमन साहू गैंग ने ली थी. रांची पुलिस इस केस के संबंध में अमन साहू से पूछताछ करना चाहती थी. एटीएस की टीम अमन साहू को रायपुर जेल से 10 मार्च को देर रात लेकर रांची के लिए निकली थी. हालांकि, रास्ते में मुठभेड़ हो गई जिसमें अमन साहू मारा गया.
पलामू के चैनपुर में हुआ एनकाउंटर
गौरतलब है कि 3 वाहन में सवार होकर एटीएस के अधिकारी और 14 जवान रांची से रायपुर आ रहे थे. दावा है कि एटीएस का काफिला जैसे ही चैनपुर थानाक्षेत्र के अन्हारी ढोड़ा के पास पहुंचा, कम से कम 7 लोगों ने काफिले में शामिल स्कॉर्पियो गाड़ी पर बम फेंका और फायरिंग झोंक दी. दावा है कि हमलावरों ने एटीएस के अधिकारी और जवानों का हथियार छीनने की कोशिश की. इसी बीच अमन साहू ने एटीएस जवान का राइफल छीना और भागने लगा. इस दौरान उसने जवान पर फायरिंग भी की. जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया. एटीएस का दावा है कि इस दौरान 38 राउंड फायरिंग करनी पड़ी, चैनपुर थाना प्रभारी श्रीराम शर्मा ने पुष्टि की है कि एटीएस की ओर से एफआईआर दर्ज कराया गया है.
मतबे गांव का रहने वाला था अमन साहू
झारखंड की राजधानी रांची से सटे मतबे गांव के रहने वाले अमन साहू ने पिछले 10 साल में अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क स्थापित कर लिया था. उसके जेजेएमपी, पीएलएफआई और टीपीसी जैसे उग्रवादी संगठनों से भी नाता था. पिछले 10 साल में हत्या, लूट, रंगदारी और अपहरण के 100 से ज्यादा केस उसके खिलाफ दर्ज थे. अमन साहू गैंग का संबंध लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी माना जाता है.