सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में दाखिले के लिए 24 मार्च को प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. इसके लिए आवेदन करने वाले विद्यार्थियों को एडमिट कार्ड जारी किया जा रहा है. जेईपीसी द्वारा जानकारी दी गई है कि सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में ऑफलाइन प्रवेश पत्र (एडमिट कार्ड) का वितरण किया जा रहा है. जेईपीसी ने कहा कि स्कूल प्रशासन छात्रों को सीधे प्रवेश पत्र उपलब्ध करा रहा है ताकि छात्र बिना किसी परेशानी के प्रवेश परीक्षा में सम्मिलित हो सकें. गौरतलब है कि गरीब विद्यार्थियों को सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पहल पर सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस की शुरुआत की गई है. झारखंड में अभी 80 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस संचालित हैं.
राज्य में संचालित सभी सीएम स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस में नामांकन के लिए दिनांक 24 मार्च, 2025 को प्रवेश परीक्षा आयोजित होनी है। इसे देखते हुए सीएम स्कूल ऑफ़ एक्सीलेंस में ऑफलाइन भी प्रवेश पत्र प्राप्त किया जा सकता है। स्कूल प्रशासन छात्रों को सीधे प्रवेश पत्र उपलब्ध करा रहा है ताकि… pic.twitter.com/3S4lybU8Ls
— JEPC Jharkhand (@JepcJharkhand) March 20, 2025
सीबीएसई पैटर्न पर दी जाती है शिक्षा
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के पैटर्न पर आधारित सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस में अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं. विद्यार्थियों को अंग्रेजी माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए लैंग्वेज लैब, कम्प्यूटर लैब, साइंस लैब, मैथ्स लैब, लाईब्रेरी और स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की गई है. स्कूल में बच्चों के सर्वांगीण विकास का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. शारीरिक गतिविधि के लिए खेलकूद की भी पूरी सुविधा है. झारखंड में फिलहाल 80 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस संचालित हैं. भविष्य में ऐसे 4,000 स्कूल संचालित करने की योजना है.
झारखंड के सभी जिलों में संचालित है स्कूल
अभी राजधानी रांची में सर्वाधिक 5 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस संचालित है. इसके बाद बोकारो, चतरा, देवघर, गढ़वा, गोड्डा, धनबाद, खूंटी, कोडरमा, जामताड़ा, गुमला, लोहरदगा, पाकुड़, पलामू, लातेहार, सरायकेला खरसावां, पूर्वी सिंहभूम, रामगढ़ और सिमडेगा में 3 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस है. साहिबगंज, गिरिडीह, दुमका औऱ हजारीबाग में 4-4 सीएम स्कूल ऑफ एक्सीलेंस है. यहां अंग्रेजी और हिंदी दोनों माध्यम से पढ़ाई होती है लेकिन स्पोकेन इंग्लिश पर खास ध्यान दिया जाता है.