भारतीय महिला हॉकी टीम ने विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताों के लिए 40 खिलाड़ियों की सूची तैयार की है. इनमें 8 खिलाड़ी झारखंड की हैं. दिलचस्प है कि इन 8 में से 6 हॉकी खिलाड़ी केवल सिमडेगा जिला से आती हैं.
इनमें भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान सलीमा टेटे, संगीता कुमारी, ब्यूटी डुंगडूंग, दीपिका सोरेंग, महिमा टेटे और अंजना डुंगडुंग शामिल हैं. वहीं 2 अन्य खिलाड़ी खूंटी से हैं.
सीनियर खिलाड़ी निकी प्रधान और युवा अबेटा रानी टोप्पो भी इस सूची में शामिल हैं.
गौरतलब है कि महिमा, अंजना और अलबेला रानी को पहली बार सीनियर भारतीय हॉकी टीम के कोर ग्रुप में रखा गया है. निकी प्रधान, सलीमा टेटे, संगीता कुमारी, ब्यूटी डुंगडुंग और दीपिका सोरेंग पहले से ही कोर ग्रुप का हिस्सा हैं.
सलीमा टेटे और महिमा टेटे तो बहनें है. अंजना डुंगडुंग की बड़ी बहन अलका डुंगडुंग पहले भी जूनियर भारतीय महिला हॉकी टीम में शामिल हो चुकी हैं.
सिमडेगा को कहा जाता है हॉ़की की नर्सरी
गौरतलब है कि झारखंड के सिमडेगा जिला को हॉकी की नर्सरी कहा जाता है.
यहां की आदिवासियों बेटियों ने हॉकी में खूब नाम कमाया है. सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में कम सुविधा और संसाधन के बावजूद इन खिलाड़ियों ने अपनी मेहनत, लगन और खेल के प्रति समर्पण की वजह से बड़ा नाम कमाया है. झारखंड की अंसुता लकड़ा भी पहले भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रह चुकी हैं.
पिछले 1.5 साल में 3 अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता हुई
झारखंड की राजधानी रांची में पिछले 1.5 वर्षों में महिला हॉ़की को लेकर 3 बड़ी प्रतियोगिताओं का आयोजन हो चुका है.
मोरहाबादी के जयपाल सिंह मुंडा एस्ट्रोटर्फ हॉकी स्टेडियम में एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी, ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट और हॉकी इंडिया लीग का आयोजन किया गया.
ये पहली बार था जब झारखंड के लोगों ने स्टार खिलाड़ियों सलीमा टेटे और निकी प्रधान को सामने खेलते देखा.
चीन, जापान, कोरिया, जर्मनी और रूस की महिला खिलाड़ी इन टूर्नामेंट्स में शामिल हुईं.
भारतीय महिला हॉकी टीम का ग्राफ ऊपर चढ़ा है
पिछले कुछ समय में भारतीय महिला हॉकी टीम का ग्राफ ऊपर गया है.
टोक्यो ओलंपिक्स भारतीय महिला हॉकी टीम के लिए संजीवनी की तरह था, यह कहना गलत नहीं होगा. दरअसल, टोक्यो ओलंपिक्स में भारतीय महिला टीम चौथे नंबर पर रही थी.
वहीं टोक्यो और फिर पेरिस ओलंपिक्स में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने लगातार 2 कांस्य पदक जीते. इससे हॉ़की को पुनर्जीवन मिला.