नीतीश कुमार द्वारा राष्ट्रगान का कथित तौर पर अपमान किए जाने का डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने यह कहकर बचाव किया है कि उनका ध्यान नहीं रहा. विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पहले भी कई बार कई नेताओं के साथ हुआ है कि शपथ ग्रहण समारोह में राष्ट्रगान शुरू हो गया और वे अपनी कुर्सी से देर से उठे. यह किसी से भी हो सकता है. विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यदि तेजस्वी यादव के मन में राष्ट्रगान के प्रति इतना ही सम्मान है तो उनको देशद्रोहियों को टिकट देना बंद करना चाहिए. उनको सदन में पहुंचाना बंद करना चाहिए. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सीएम नीतीश ने हमेशा राष्ट्र के संदर्भ में अपनी जागरूकता दिखाई है. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव अपने और अपने पिता-पिता के खिलाफ जारी ईडी की पूछताछ से ध्यान हटाने के लिए यह सब कर रहे हैं.
#WATCH | Nitish Kumar National Anthem Controversy | Patna: On RJD leader Tejashwi Yadav’s statement, Bihar Deputy CM Vijay Kumar Sinha says “… If he (Tejashwi Yadav) has so much love for the national anthem, then he should stop giving tickets to traitors… CM Nitish Kumar has… pic.twitter.com/tjtBiFF8VW
— ANI (@ANI) March 21, 2025
ओछी राजनीति करने में लगा है विपक्ष!
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बेहतर होता कि विपक्ष जिम्मेदारी से अपनी भूमिका निभाता. बुनिदायी मुद्दे उठाता. भ्रष्टाचार पर आइना दिखाता लेकिन घटिया पुल निर्माण सहित अन्य मुद्दों पर ये लोग चुप्पी साध लेते हैं. नीतीश कुमार पर जारी आरजेडी के हमलों पर विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि यह काफी हल्की और घृणित राजनीति है. आरजेडी की ओर से कहा जा रहा है कि नीतीश कुमार अब बिहार की सत्ता चलाने लायक नहीं रहे. राबड़ी देवी ने तो उनको अपने बेटे निशांत कुमार को सीएम बनाने की सलाह तक दे डाली. इसका जवाब देते हुए विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि जब नीतीश कुमार आरजेडी के साथ मिलकर सत्ता चला रहे थे तो तेजस्वी यादव को सब ठीक लग रहा था. यह किस तरह की दोहरी राजनीति है. उन्होंने कहा कि जनता तय करेगी कि कौन बिहार के हित में और कौन बिहार के हितों के खिलाफ है.
पटना में आयोजित खेल समारोह का वाकया
गौरतलब है कि यह मामला गुरुवार को पटना में आयोजित एक खेल समारोह का है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे. कहा जा रहा है कि जब कार्यक्रम की शुरुआत में राष्ट्रगान बजा तो सीएम ने यह कहकर रुकवा दिया कि स्टेडियम का चक्कर लगाकर आते हैं. जब वह मंच पर लौटे और दोबारा राष्ट्रगान बजा तो वह सावधान की मुद्रा में खड़े होने की वजह दर्शकों का अभिवादन स्वीकारते और पत्रकारों को हाथ जोड़ते दिखे. इस दौरान उन्होंने पास ही खड़े प्रधान सचिव दीपक कुमार से भी कुछ कहना चाहा. प्रधान सचिव ने उनको रोकना चाहा लेकिन नीतीश कुमार नहीं रूके.
नीतीश के सार्वजनिक व्यवहार पर उठते सवाल
नीतीश कुमार का यह वीडियो सामने आने के बाद एक बार फिर उनके स्वास्थ्य और मानसिक दशा को लेकर सवाल उठने लगा है. आरजेडी ने सवाल किया कि नीतीश कुमार के सार्वजनिक व्यवहार को लेकर जो बातें कही जाती है क्या वह केवल आशंका मात्र है. पुष्पम प्रिया चौधरी ने कहा कि नीतीश कुमार को इस हाल में देखना दुखद है. उनकी दशकों का साख खराब हो रही है.