दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, सोमनाथ भारती और संजय सिंह को क्या फिर जेल जाना पड़ेगा? क्या शराब घोटाले की फाइल फिर खुलेगी?
क्या कथित शराब घोटाला केस के साथ-साथ जल बोर्ड, शीशमहल, मोहल्ला क्लीनिक, राशन कार्ड, पैनिक बटन और सरकारी स्कूलों की भी जांच की जाएगी? क्या पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी की सरकार मुश्किलों में घिरने वाली है? क्या दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण करते ही बदले की कार्रवाई शुरू कर देगी? क्या दिल्ली चुनाव गंवाने के बाद आप संगठन कमजोर पड़ जाएगा?
ऐसे कई सवाल फिलहाल राजधानी दिल्ली के सियासी गलियारों में घूम रहे हैं.
इसकी वजह है भारतीय जनता पार्टी की ओर से आ रही प्रतिक्रिया. शनिवार (15 फरवरी) को दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पूर्ववर्ती दिल्ली सरकार के पापों का अंत होगा और इसकी सजा भी मिलेगी.
उन्होंने कहा कि उनके (अरविंद केजरीवाल) के तमाम पापों का हिसाब होगा. उन्होंने कहा कि चाहे वह शराब घोटाला हो या शीशमहल का मामला. चाहे वह जल बोर्ड हो, मोहल्ला क्लीनिक हो, पैनिक बटन हो या फिर सरकारी स्कूल. सबकी जांच होगी.
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि जिस व्यक्ति ने भी दिल्ली को लूटने का काम किया है, उसका पाई-पाई का हिसाब होगा. इससे ऐसे संकेत मिलने लगे हैं कि नई सरकार, पुरानी सरकार की कई फाइलें खोलने वाली है.
#WATCH | Delhi BJP President Virendraa Sachdeva says “All the misdeeds of the previous Delhi Govt are going to end, and punishments will be given accordingly. Whether it is Sheesh Mahal, liquor scam, Jal Board scam, panic button scam, ration card scam or Mohalla Clinic scam.… pic.twitter.com/PqcOP6P9Cx
— ANI (@ANI) February 15, 2025
शीशमहल घोटाला क्या है!
गौरतलब है कि पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल सहित उनके कई विश्वस्त मंत्रियों पर शराब घोटाले के आरोप लगे. मनीष सिसोदिया उत्पाद विभाग के मंत्री थे.
आरोप लगाया कि शराब दुकानों का टेंडर जारी करने और लाइसेंस देने के एवज में मोटी रकम रिश्वत और कमीशन के रूप में वसूली गई. इस पैसे का इस्तेमाल गोवा और पंजाब विधानसभा चुनाव में किया गया.
इस केस में मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, सोमनाथ भारती, संजय सिंह और अरविंद केजरीवाल को जेल जाना पड़ा.
दिल्ली विधानसभा चुनाव के कुछ समय पहले ही इन सबको जमानत मिली.
इसके अलावा दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगा कि उन्होंने अपने सरकारी बंगले के रिनोवेशन पर 54.72 करोड़ रुपये खर्च किए.
भाजपा यह आरोप लगाती है कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में मोहल्ला क्लीनिक, सरकारी स्कूल और पैनिक बटन जैसी योजनाओं में भी घपला किया है.
केजरीवाल सहित ये नेता हार गए
दिल्ली चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था कि घोटालों की जांच होगी. पाई-पाई का हिसाब होगा. ऐसा ही कुछ दावा प्रवेश वर्मा ने भी किया था जिन्होंने नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल को हराया है.
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल कर प्रचंड जनादेश हासिल किया. वहीं, आम आदमी पार्टी को 22 सीट मिले.
11 साल से दिल्ली की सत्ता पर काबिज अरविंद केजरीवाल की पार्टी के कई दिग्गज नेता चुनाव हार गए.
अरविंद केजरीवाल के अलावा सत्येंद्र जैन, मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज और सोमनाथ भारती चुनाव हार गए.