म्यांमार में भूकंप की वजह से मरने वालों का आंकड़ा भड़कर 1600 के पार पहुंच गया है.
अब तक 1644 लोगों के मौत की पुष्टि हो चुकी है.
गौरतलब है कि म्यांमार की धरती 3 बार हिली. शुक्रवार को पहले रिक्टर स्केल पर 7.7 तीव्रता का भूकंप आया. इसके बाद 7 और 5.1 तीव्रता के 2 और झटके लगे.
म्यांमार में हालात चुनौतीपूर्ण बने हुए हैं. भूकंप के बाद ऑफ्टर शॉक की वजह से राहत और बचाव कार्य में मुश्किलें आ रही है.
इस बीच भारत सरकार ने ऑपरेशन ब्रह्मा के तहत मेडिकल टीम और राहत और बचाव सामग्री के साथ एनडीआरएफ के जवानों को म्यांमार भेजा है. भारत ने घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए म्यांमार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है.
गौरतलब है कि लेफ्टिनेंट कर्नल जगनीत गिल के नेतृत्व में 118 सदस्यीय टीम को म्यांमार के लिए रवाना किया है.
In a swift response to the devastating earthquake that struck Myanmar on 28th March 2025, the Indian Army, under ‘Operation Brahma’, is deploying a specialised medical task force to provide urgent humanitarian assistance. A 118-member team from the elite Shatrujeet Brigade… pic.twitter.com/yqLL11uvfP
— ANI (@ANI) March 29, 2025
म्यांमार में मृतकों का आंकड़ा 1644 तक पहुंचा
इधर, म्यांमार के मिलिट्री काउंसिल ने जानकारी दी है कि शक्तिशाली भूकंप की वजह से अब तक मरने वालों का आंकड़ा 1644 तक पहुंच गया है. इस बीच 3,408 लोग घायल हैं और 139 लोग लापता बताए जा रहे हैं.
म्यांमार के सैन्य शासन प्रमुख मिन ऑन्ग हल्येंग ने कहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है.
अभी मलबे से लोगों को निकालने का काम जारी है. जैसे-जैसे घायल और मृतक मिलेंगे, आंकड़ों में इजाफा होता जायेगा.
मांडले शहर में सर्वाधिक 694 लोगों की मौत हो गई
जानकारी मिली है कि भूकंप के केंद्र के सबसे नजदीक वाले शहर मांडले में सर्वाधिक 694 लोगों ने जान गंवाई है. वहीं राजधानी नेपीडॉ में 94 लोगों की मौत हो गयी.
गौरतलब है कि भूकंप के झटके पड़ोसी देश थाईलैंड में भी महसूस किए गए थे. यहां 6 लोगों के मौत की सूचना है. 100 मजदूर लापता बताए जा रहे हैं. थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में एक निर्माणाधीन इमारत जमींदोज हो गयी जिसमें काम कर रहे मजदूर फंस गये.
इस बीच यूएस जियोलॉजिकल सर्वे के मुताबिक म्यांमार में पहला झटका 7.7 तीव्रता का आया और ठीक 12 मिनट के बाद 6.4 तीव्रता का दूसरा भूकंप आया.
इसका केंद्र सागाइंग से 18 किमी दक्षिण में था.