भारत जोड़ो न्याया यात्रा से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. दरअसल कांग्रेस के दिग्गज नेता मिलिंद देवरा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इतना ही नहीं मिलिंद देवरा ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता भी त्याग दी है. उन्होंने सोशल मिडिया के एक्स पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है कि आज मेरी राजनीतिक यात्रा के एक महत्वपूर्ण अध्याय का समापन हुआ है. मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा दे दिया है, जिससे पार्टी के साथ मेरे परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता खत्म हो गया है. मैं वर्षों से अटूट सपोर्ट के लिए सभी नेताओं, सहकर्मियों और कार्यकर्ताओं का आभारी हूं.
Today marks the conclusion of a significant chapter in my political journey. I have tendered my resignation from the primary membership of @INCIndia, ending my family’s 55-year relationship with the party.
I am grateful to all leaders, colleagues & karyakartas for their…
— Milind Deora | मिलिंद देवरा ☮️ (@milinddeora) January 14, 2024
बता दें कि कांग्रेस नेता मिलिंद देवरा की इस्तीफे के बाद यह अटकलें लगायी जा रही है कि वह शिंदे गुट की शिवसेना में शामिल हो सकते हैं. पहले ही कयास लगाये जा रहे थे कि मिलिंद कांग्रेस छोड़कर एकनाथ के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं. हालांकि उन्होंने इन अटकलों को खारिज कर दिया था. मिलिंद कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली देवरा के बेटे हैं. मिलिंद राहुल गांधी के करीबियों में भी गिने जाते हैं
बता दें कि मिलिंद देवड़ा लोकसभा की दक्षिण मुंबई सीट पर 2004 से 2014 तक सांसद रहे हैं. लेकिन 2014 लोकसभा चुनाव में देवरा को अविभाजित शिवसेना के अरविंद सावंत से हार का सामना करना पड़ा था. उस वक्त बीजेपी और अविभाजित शिवसेना का गठबंधन था. अरविंद सावंत 2014 से इस सीट पर सांसद हैं. हालंकि अब अरविंद सावंत उद्धव गुट में शामिल हो गये हैं. सीट बंटवारे में उद्धव गुट के नेता खुलकर इस सीट पर अपना दावा ठोक रहे हैं. जिससे मिलंद नाराज थे. उन्होंने उद्धव गुट को चेतावनी भी दी थी.
उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी पोस्ट किया था. वीडियो में वो कहते नजर आ रहे थे कि मुंबई दक्षिण सीट परंपरागत रूप से कांग्रेस के पास रही है. देवड़ा परिवार सालों से इस संसदीय क्षेत्र से जुड़ा रहा है. लेकिन यह सीट अब उद्धव गुट के झोली में जा सकती है. क्योंकि पिछले 10 सालों से इस सीट पर अरविंद सावंत सांसद हैं.