बाबूलाल मरांडी ने मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों के भौतिक सत्यापन के नाम पर बिचौलियों द्वारा महिलाओं से पैसे ऐंठने का आरोप लगाया है. उन्होंने हेमंत सोरेन सरकार से मामले की जांच की मांग की है. उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं को पैसा नहीं मिला वे प्रखंड, अंचल कार्यालय, बैंक और प्रज्ञा केंद्र का चक्कर लगा रही हैं. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि उन महिलाओं को यह तक नहीं पता कि उनका आवेदन क्यों अस्वीकृत हो गया है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि इसी बात का फायदा बिचौलिये उठा रहे हैं.
राज्य सरकार द्वारा मंईयां सम्मान योजना के लाभुकों का सत्यापन किया जा रहा है।
जिन महिलाओं को इस योजना के तहत राशि नहीं मिली है, वे प्रखंड/अंचल कार्यालय, बैंक और प्रज्ञा केंद्रों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। उन्हें यह पता नहीं चल पा रहा कि उनका आवेदन अस्वीकृत क्यों हुआ? बिचौलिए इस…
— Babulal Marandi (@yourBabulal) March 22, 2025
अस्वीकृत आवेदन की सूची जारी करे सरकार
बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मांग की है कि मंईयां सम्मान योजना के अस्वीकृत सूची को अंचल कार्यालयों में सूचना पट में प्रदर्शित किया जाए. आवेदन अस्वीकृत होने की वजह भी बताई जाए. ऐसा होगा तो महिलाएं वैध दस्तावेज जमा कर मंईयां सम्मान योजना का लाभ उठा पाएंगी.
मंईयां सम्मान योजना से 18 लाख लाभुक गायब
गौरतलब है कि मंईंया सम्मान योजना के तहत जनवरी से मार्च तक की राशि होली से पहले डीबीटी के माध्यम से लाभुकों के खाते में भेजी गई थी. विपक्ष ने आरोप लगाया कि 18 लाख लाभुकों को पैसा नहीं मिला. उनको इसकी स्पष्ट वजह भी नहीं बताई गई. ये वही महिलाएं हैं जिनको अगस्त से नवंबर तक 1-1 हजार रुपये की 4 किश्तें जारी की गई थी. अब लाभुकों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है.