रांची में सेना के कब्जे वाली जमीन केस को लेकर बीते 7 जून को कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल और उनके करीबी दिलीप घोष को गिरफ्तार कर लिया गया है जिसके बाद उनकी कोर्ट में पेशी की गई. अब इस मामले को लेकर नया अपडेट सामने आया है. बता दें कि इन्हें ईडी कोर्ट की तरफ से 72 घंटों की रिमांड पर रखा गया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक ईडी 72 घंटों तक इनसे पूछताछ करेगी. ईडी कोर्ट के विशेष न्यायधीश ने शुक्रवार को दिनेश राय की कोर्ट ने ईडी को इन दोनों से पूछताछ की अनुमति दी है. जब से ईडी इन दोनों से पूछताछ के लिए कस्टडी में लेगी तब से ये 72 घंटे की गिनती शुरु हो जाएगी. सोमवार को फिर से कोर्ट में इनकी पेशी की जाएगी.
मालूम हो कि इन पर रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री का आरोप लगा है. जगतबंधु टी इस्टेट को ही फर्जी कागजातों के जरिए सेना की कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन बेची गई थी. ईडी ने जांच में पाया कि कंपनी ने 20 करोड़ के सरकारी मूल्य की जमीन महज 7 करोड़ में खरीदी. वहीं जमीन के बदले फर्जी मालिक प्रदीप बागची को महज 25 लाख मिले. रजिस्ट्री में अलग अलग बैंक खातों से बाकी 6.75 करोड़ देने का दावा ईडी की जांच में गलत निकला. गौरतलब है कि नगर निगम के टैक्स कलेक्टर ने प्रदीप बागची के खिलाफ 4 जून 2022 को फर्जी कागजात के आधार पर नगर निगम से होल्डिंग लेने का मामला बरियातू थाने में दर्ज कराया था.
बताते चलें कि सेना की जमीन अवैध रुप से बेचे जाने पर ईडी ने इससे पहले रांची के पूर्व डीसी आईएएस छवि रंजन समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था. जमीन घोटाला में इनकी अहम भूमिका होने का आऱोप है. अभी तक रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन सहित कुल दस गिरफ्तारियां हो गई हैं.