झारखंड की उपराजधानी दुमका से पूर्व विधायक देवेंद्र कुंअर द्वारा मानवता को शर्मसार करने वाली खबर सामने आई है. खबर सुनकर आप भी सकते में पड़ जाएंगे. झारखंड में अपराधी तो दबंगई करते ही थे लेकिन अब माननीय भी दबंगई पर उतर आए हैं. जरमुंडी के पूर्व विधायक देवेंद्र कुंवर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. विडियो में पूर्व विधायक एख लड़के को थूक चाटने को मजबूर कर रहे हैं और उसे लाथ भी मार रहे हैं.
वायरल विडियो में देखा जा सकता है कि विधायक देवेंद्र कुंअर सफेद टीशर्ट पहने एक युवक को अपने सामने उठक-बैठक लगाने को कहते हैं. आसपास काफी भीड़ है, ये भीड़ भी उसे ऐसा करने को भी कह रही है. युवक कुछ देर तक उठक-बैठक करता और फिर पूर्व विधायक उसे अपना थूक चाटने को कहते हैं. जी हां ,हम एक ऐसे समाज में रह रहे हैं जहां एक युवक को उसका थूक चाटने पर मजबूर किया जा रहा है. युवक जमीन पर थूकता है और फिर चाटता भी है। देवेंद्र कुमार इसके बाद युवक को जोरदार लात भी मारते हैं। इस पूरे वाक्ये को वहीं मौजूद किसी व्यक्ति ने अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया . हालांकि द फोर्थ पीलर इस विडियो की पुष्टी नहीं करता है.
बता दें कि देवेंद्र कुंवर जरमुंडी से दो बार विधायक रह चुके हैं. 1995 में देवेंद्र कुंअर जेएमएम में थे और वर्ष 2000 में भाजपा से विधायक बने थे. वहीं 2019 में वो भाजपा से प्रत्याशी भी रह चुके हैं.
हालांकि इस पूरे वाक्ये पर पूर्व विधायक से जब मीडिया ने बात की तो माननीय ने बताया कि वीडियो को गलत तरीके से दिखा कर उन्हें बदनाम करने की साजिश की जा रही है. देवेंद्र कुंअर ने मीडिया के सामने इस घटना को स्वीकार किया है लेकिन उन्होंने थूक चाटने वाली बात को गलत ठहराया है. पूर्व विधायक ने बताया कि वीडियो में जिस लड़के को दंड बैठक करते दिखाया जा रहा है वह बगल के ही गांव साधुडीह का रहने वाला है और इसका नाम तौसीफ है. बीते रविवार को गांव के ही कुछ लोगों ने मुझसे शिकायत की थी कि तौसीफ नदी में स्नान करने वाली गांव की महिलाओं का वीडियो बनाता है.इसके बाद ग्रामीण तौसीफ को मेरे पास आये और हमने पंचायत बुलायी. इस पंचायत में जमा लोग तौसीफ के प्रति काफी उग्र थे और वो ही उसे थूक चटवाने का दबाव दे रहे थे. जब वह ऐसा नहीं कर रहा था तो मुझे लगा कि कहीं ग्रामीण ज्यादा आक्रोश में आकर इसकी पिटाई न करने लगे, इसीलिए मैंने उसे लात मार दी.
पूर्व विधायक ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि वह लड़का तो मेरे गांव घर का ही है, माहौल को खराब होता देख पंचायत होने के बाद मैं उसे अपने घर पर भी ले गया था. लेकिन पूर्व विधायक ने थूक चटवाने की बात को झूठा करार देते हुए कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है, वो लड़का जमीन पर झुक कर सभी से माफी मांग रहा था. लेकिन उस वीडियो के छोटे से क्लिप को दूसरे ढंग से पेश करके मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है.
जहां एक ओर पूर्व विधायक द्वार यह घिनौना कृत पूरे सोशल मीडिया में आग की तरह फैल रहा है लेकिन अब तक पुलिस ने इस मामले में कोई कोर्रवाई नहीं की है ,पुलिस का कहना है कि उनके पास इस मामले को लेकर अब तक कोई शिकायत नहीं आई है. अगर शिकायत मिलती है तो त्वरित कार्रवाई की जाएगी.
वायरल वीडियो में और पूर्व विधायक की बात में कितनी सच्चाई है यह तो मामले की जांच के बाद ही पता चल पाएगा. लेकिन झारखंड में इस तरह अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करते हुए पहले भी अधिकारियों को देखा जा चुका है. इनको सरकार द्वार ताकत जनता की सेवा करने के लिए दी जाती है लेकिन ये अपनी ताकत तो दबंगई करने में लगाते हैं. इस तरह के घिनौने कृत को अंजाम देने वालों पर सख्त कार्वाई करने की जरुरत है, ताकि समाज में आगे ऐसे मामले देखने को न मिले.