भारत में बीजीएमआई गेम (BGMI GAME) पर बैन लगने और वापस आने को लेकर पहले भी कई खबर सामने आई है. भारत सरकार ने बीजीएमआई के विषयों में कहा है कि कुछ नए नियम, बड़े बदलाव और सख्त कानून के साथ जल्द आने वाली है.
बता दें कि सूचना प्रौद्योगिकी और केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिकी मंत्रालय ने इसे गंभीरता से लेते हुए जुलाई 2022 में बीजीएमआई गेम को भारत में बैन कर दिया था.
क्यों हुआ था बैन?
बता दें कि, मई 2022 को भारतीय सुरक्षा एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार बताया गया कि प्लेयर्स के निजी दस्तावेजों जैसे कॉन्टेक्ट लिस्ट में सैंकड़ों लोगों के नाम, आधार कार्ड, बैंक अकाउंट डिटेल्स जैसी कई सारी निजी दस्तावेजों का अलग से डक्यूमेंटेशन कर चीन को दे रहा है, माना जा रहा है कि चीन के तरफ से भारत में साईबर अटैक करने की साजिश की जा सकती है जिसका परिणाम बहुत बुरा हो सकता है.
जिसके बाद सूचना प्रौद्योगिकी और केंद्रीय इलेक्ट्रोनिकी मंत्रालय ने आधिकारिक बयान जारी किया, जिसमें लिखा था “धारा 69ए के तहत, गेम को बैन किया गया है.” साथ ही गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर से तुरंत इस एप्प को हटाकर इस गेम को ब्लॉक कर दिया गया था.
धारा 69ए क्या है?
बता दें कि, धारा 69ए सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 9 जून 2000 को लागू हुआ था. प्रमोद महाजन के द्वारा बिल का परिचय दिया गया था उसके 8 साल बाद यह बिल को संशोधित किया गया, आम शब्दों में धारा 69ए को समझे तो बता दें कि यह कंप्यूटर संसाधनों से किए गए साइबर क्राइम जो निजी दस्तावेजों को बिना अनुमति के हस्तांतरण कर देता है. साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड और इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स वाले अपराधियों की गिरफ्तारी की अनुमति देता है.
दरअसल, गेम पर बैन होने के बाद प्लेयर्स के बीच खलबली मच गई थी. अचानक गूगल प्ले स्टोर से गेम के गायब हो जाने से लती प्लेयर्स बैचेन हो गए फिर 1 सितंबर को “गॉड यमराज ओपी” के नाम से ट्वीट किया गया, ट्वीट में ऑनलाइन आरटीआई का स्क्रीन शॉट डालकर साफ-साफ शब्दों में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं इलेक्ट्रॉनिकी से गेम बैन होने का कारण पूछते हुए लिखा क्या सरकार की क्रॉफ्टन (krafton) से इस पर बात हुई है?
क्या है क्रॉफ्टन?
क्रॉफ्टन एक साउथ कोरियन कंपनी है जो वीडियो गेम बनाता है. साथ ही गेम को आकर्षित बनाने के लिए डिजाइन तैयार करता है, ये कंपनी सेओंगनम शहर के बुंडांग-गु जिले में स्थापित है. बीजीएमआई को इसी कंपनी ने बनाकर तैयार किया है.
इस कंपनी ने कई गेम को डेवलप किया है पर इसकी लोकप्रियता तब बढ़ी जब बीजीएमआई और पबजी को शानदार और आकर्षित डिजाइन देकर करोड़ों लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा.
क्यों हुआ बदलाव?
बात करें, भारत की तो बता दें बीजीएमआई खेलने वाले युवा और बच्चें घंटों स्क्रीन पर अपनी आंखे गड़ाए गेम खेलते थे. गेम का लत काफी प्लेयर्स को लगा चुका था, कई प्लेयर्स इसे लगातार खेलते रह जाते थे, जिससे समय कैसे बीत जाता है पता नहीं चलता था. 4.40 करोड़ की यूजर वाले इस गेम ने बुरी तरह से प्लेयर्स को जकड़ रखा था.
दैनिक जागरण ने 21 जुलाई को अपने ऑनलाइन पोर्टल पर लिखा- “बच्चें फोन, लैपटॉप और टीवी पर बहुत ज्यादा समय बिताते हैं, जिससे उनकी आंखें सबसे ज्यादा प्रभावित होती है और बच्चों पर तो इसका और भी ज्यादा प्रभाव पड़ता है.”
बता दें, भारत में इस गेम के बैन होने का मुख्य कारण प्लेयर्स के फोन से डाटा की चोरी और क्रॉफ्टन, प्लेयर्स का डॉक्यूमेंटेशन को चीन को बेचकर भारत पर साईबर अटैक कर रहा था.
इस बार गेम में क्या होगा नया !
इन सभी बातों को गंभीरता से लेते हुए बीजीएमआई गेम ने घंटों को एक सीमित समय में रखा जाएगा.
प्लेयर्स अपने आईडी से 24 घंटे में केवल एक से डेढ़ घंटे ही गेम खेल पाएंगे. इस तरह के कई पाबंदियों के साथ सरकार ने क्रॉफ्टन से बात की और साथ में कहा निजी दस्तावेजों की शेयरिंग वाली गलती ना करें.
इन तमाम बातों पर हामी भरते हुए क्रॉफ्टन ने सरकार की बात मान ली है. क्रॉफ्टन भारत में रिलॉन्च ट्राईल करेगी और पहले सिर्फ 3 महीनों के लिए गेम को गूगल प्ले स्टोर और एप्पल स्टोर पर लाया जाएगा.
गेम रिलॉन्च की तारीख अभी ऑफिशियली अनाउंस नहीं की गई है पर संभावना है कि इस साल के अंत तक गेम आ जाएगी.
रिपोर्ट : अभिषेक कुमार, रांची
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