Ranchi : तारीख 16 अगस्त दिन शुक्रवार, अचानक मीडिया में ये खबरे चलनी शुरू हो गई की पूर्व मुख्यमंत्री व शिबू सोरेन के सबसे भरोसेमंद नेता चंपाई सोरेन भाजपा ज्वाइन करने वाले है. इनके साथ ही कई नेताओं के पाला बदले की खबरों से सियासी पारा चढ़ गया था.
हालांकि अभी तक इन कायसो पर विराम नहीं लगा है. लेकिन सवाल है कि क्या वाकई में चंपाई सोरेन भाजपा ज्वाइन करके बड़ा खेला करने वाले है, क्या गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे की कही हुई बातें फिर से सच साबित होने वाली है.
क्या भाजपा चंपाई सोरेन को कोई बड़ा पद देने की योजना बना रहा है. और इन चर्चाओं के बीच चंपाई सोरेन ने क्या कुछ बयान दिया कि अटकलें और भी तेज हो गई है.
दरअसल, शुक्रवार को अचानक ये खबर आई कि बहुत जल्द चंपाई सोरेन भाजपा ज्वाइन कर सकते है. बता दें कि ये अटकलें तब आग की लपटों की तरह फैलनी शुरू हुई जब झामुमो के पूर्व विधायक ने एक बयान दिया कि वे और उनके साथ चंपाई सोरेन भाजपा ज्वाइन करने वाले है.
इसके साथ ही कई तरह के चर्चाएं तेज हो गई कि दोनों ही नेता दिल्ली पहुंचे हुए है. हालांकि चंपाई सोरेन के दिल्ली पहुंचने वाले कयासो पर खुद चंपाई सोरेन ने विराम लगा दिया है. लेकिन उनके बयान से अब भी ये साफ नहीं हो पाया है कि वे भाजपा को ज्वाइन नहीं करने वाले हैं.
बता दें कि शुक्रवार को चंपाई सोरेन जमशेदपुर में यूसील मांइस में एक मजदूर की मौत के मामले में सीएमडी से मिलने पहुंचे थे. लगभग एक घंटे तक सीएमडी और अन्य आधिकारियों से मजदूर के परिजन को नौकरी और मुआवजा देने की बात हुई. जिसके बाद वे जादूगोड़ा स्थित झामुमो कार्यालय पहुंचे. वहां पत्रकारों से बातचीत की.
वहीं भाजपा ज्वाइन करने वाले बात पर पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने सबसे पहले तो इस बात को टाल दिया. फिर बाद में मुस्कुराते हुए कहा कि राजनीतिक जीवन बहुत लंबा है, क्या होगा, कुछ भी कहना मुश्किल है. वहीं भाजपा में शामिल होने के सवाल को स्पष्ट रूप से खारिज नहीं करने के भी कई मायने निकाले जा रहे हैं. इसके पीछे भी वजह है.
पहला ये कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर सरायकेला स्थित भागवान बिरसा मुंडा स्टेडियम से जब चंपाई सोरेन ने अपना संबोधन शुरू किया तब स्थानीय लोग, झामुमो कार्यकर्ता व प्रशासनिक पदाधिकारियों को लगा कि वे सरकार की उपलब्धियों को गिनाएंगे लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं.
आमतौर पर देखा जाता था कि जब भी चंपाई सोरेन भाषण देते थे तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का जिक्र जरूर करते थे. साथ ही भाजपा पर भी राज्य के साथ भेदभाव और केंद्रीय एंजेसियों का दुरूपयोग समेत कई आरोप लगाकर वह कोसते थे.
लेकिन इस बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने भाषण में उन्होंने न तो हेमंत सोरेन का नाम लिया और ना ही भाजपा की बुराई की, जिसके बाद से इसे लेकर अटकलों का बजार गर्म है.
मीडिया रिर्पोट्स की माने तो खबर ये भी है कि 26 अगस्त को चंपाई सोरेन भाजपा में शामिल हो सकते हैं. इतना ही नहीं चर्चा ये भी है कि चंपाई सोरेन के बेटे बालूलाल सोरेन भी घाटशीला सीट पर भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ सकते है.
आपको बता दें कि चंपाई सोरेन के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद से भाजपा के बड़े नेताओं ने भी अपने कार्यक्रमों में चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री की कुर्सी से बेदखल करने की आलोचना करते आए हैं. साथ ही उनके कार्यकाल की भी सराहना की है.
वहीं सीएम पद छोड़ने के बाद से सियासी गालियारो में चर्चा थी कि वे चंपाई सोरेन पार्टी से नराज चल रहे है. हालांकि ये तो भविष्य के गर्त में ही छिपा हुआ है कि चंपाई सोरेन भाजपा ज्वाइन करते है या नहीं. लेकिन झारखंड की सियासत में कुछ भी कहना मुश्किल है यहां कब कौन कहां पाला बदल ले.