पहले पति की चाय में मिलाया चूहे मारने की दवा. जब पति मर गया तो चिल्ला चिल्ला कर रोने लगी पत्नी.
दरअसल, बरेली से हैरान करने वाली घटना सामने आई है. इस घटना को मेरठ के सौरभ हत्याकांड की तरह ही अंजाम दिया गया है.
प्रेमी संग मिलकर वारदात को दिया अंजाम
दरअसल, यहां पत्नी ने अपने पति को पहले चाय मे चूहे मारने की दवा मिलाकर पिलाया. जब पति बेहोश हो गया तो फोन करके महिला ने अपने प्रेमी को बुलाया. फिर दोनों मिलकर शख़्स की गला दबाकर हत्या कर दी.
वहीं इस हत्या को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फंदे से लटका,जिसके बाद आरोपी प्रमी वहां से फरार हो गया. इतना ही नहीं किसी को शक ना हो इसलिए आरोपी पत्नी जोर- जोर से रोने लगी.
इधर, पत्नी की रोने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे तो देखा उसके पति का शव फंदे से झुल रहा है. जिसके बाद पुलिस को इसकी जानकारी दी गई.
पुलिस मौके पर पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद था. दरवाजा तोड़ा गया तो शव को फंदे से लटका मिला. शव को बाहर निकालते ही पत्नी शव से लिपट गई और चीखने लगी. यह देखकर पुलिस को भी पहले मामला सुसाइड का लगा, लेकिन जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई तो पुलिस हैरान रह गई.
पोस्मार्टम रिपोर्ट में खुली पत्नी की साजिश!
दरअसल, पोस्मार्टम रिपोर्ट् में पता चला कि युवक की मौत गला दबाने और नशीला पदार्थ पीने से हुई है.
भाई की शिकायत पर पुलिस ने पत्नी को लिया हिरासत में
इधर, भाई की शिकायत और शक के आधार पर पुलिस ने पत्नी को हिरासत में ली और पूछताछ की तो पत्नी अपने बॉयफ्रेंड का नाम बताया. फिर दोनों से सख्ती से पूछताछ की गई, तो जुर्म कबूल कर लिया.
जानकारी के अनुसार, यह पूरा मामला अलीगंज थाना क्षेत्र के खेलम देहाजागीर गांव का है. यहां केहर पाल सिंह (35) अपनी पत्नी रेखा और 4 बच्चों के साथ मोहल्ला ठाकुरद्वारा में किराए पर रहता था. वह नगर पंचायत फतेहगंज पश्चिमी में 10 साल से संविदा पर सफाईकर्मी था.
16 साल पहले हुई थी शादी
वहीं केहर सिंह के बड़े भाई अशोक कुमार ने पुलिस को बताया- छोटे भाई की शादी 16 साल पहले हुई थी. उसके चार बच्चे हैं. रेखा मेडिकल कॉलेज में खाना बनाने का काम करती थी.
पति पत्नी के बीच होते थे झगड़े
वहीं उसकी मुलाकात बिजनौर निवासी पिंटू से हुई. दोनों के बीच प्रेम संबंध बन गए. इसकी जानकारी जब केहर को हुई तो उसने रेखा से नौकरी छोड़ने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया. इसी बात को लेकर अक्सर दोनों के बीच झगड़े होते थे.