झारखंड के धनबाद में क्यों होता है बंगाल के डाक मुहर का इस्तेमाल, 68 साल से क्यों जारी है परंपरा

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झारखंड के धनबाद जिले से एक हैरान करने वाला सामने आया है. धनबाद झारखंड का एक जिला है लेकिन आज भी यहां के एक डाकघर में बंगाल के स्टांप का प्रयोग किया जाता है. दरअसल मामला धनबाद जिले के हरिहरपुर उप डाकघर का है जहां आज भी बंगाल के पुराने मानभूम जिले की मुहर का उपयोग कर रहा है.

बता दें हरियरपुर उप डाकघर की स्थापना साल 1951 में हुई थी,  जिले को अलग हुए 68 साल हो गए हैं. बावजूद इसके डाकघर में अब भी सभी कामों के लिए पुराने मुहरों का ही प्रयोग हो रहा है.

पोस्टमास्टर दयाल चंद साव ने क्या कहा

तोपचांची प्रखंड के गोमो स्थित इस उप डाकघर के पोस्टमास्टर दयाल चंद साव ने बताया कि चिट्ठियों, पासबुक और तमाम आधिकारिक दस्तावेजों पर आज भी मानभूम  अंकित मुहर का उपयोग किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि  मुहर पर धनबाद का नाम होना जरूरी है,  लेकिन अब भी मानभूम जिले की मुहर इस्तेमाल करनी पड़ रही है.इसके अलावा उन्होंने बताया कि मुहर बदलवाने के लिए कई बार वरीय अधिकारियों को लिखा गया है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.  इस डाकघर की स्थापना 1951 में हुई थी और तब से मानभूम की मुहर की ही उपयोग होती आ रहा है.

डाक अधीक्षक उत्तम कुमार सिंह ने बताया

इस मामले में वरिष्ठ डाक अधीक्षक उत्तम कुमार सिंह ने कहा कि यह जानकारी पहली बार उनके संज्ञान में आई है.  उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही हरिहरपुर पोस्ट ऑफिस की मुहर को ठीक कराया जाएगा पूर्व में पोस्टमास्टर द्वारा दिए गए आवेदन पर उन्होंने कहा कि वह आवेदन उनके पास नहीं पहुंचा है.

 

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