इंडिया गठबंधन की ये दो घटक दल अगल होकर लड़ेगी झारखंड विधानसभा का चुनाव !

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Ranchi : क्या झारखंड में विधानसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में फूट आ जाएगी. क्या इस बार के चुनाव में फिर से सत्तारूढ़ महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर आपसी खींचातान शुरू हो जाएगी. क्योंकि इंडिया गठंबधन के घटक दल अरविंद केजरीवाल की पार्टी ‘आप’ ने विधानसभा चुनाव में अकेले लड़ने का फैसला कर लिया है जबकि राजद ने कई विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कह दी है.

‘आप’ झारखंड के सभी 81 सीटों पर लड़ेगी विधानसभा चुनाव

अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी झारखंड विधानसभा की सभी 81 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान कर दिया है. बुधवार रांची के चापुटोली में प्रदेश आप कार्यालय में देर शाम तक चली पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया.

बता दें कि प्रदेशस्तरीय दो दिवसीय बैठक में प्रदेश संयोजक डीएन सिंह की उपस्थिति में सर्वसम्मित से सभी 81 विधानसभा क्षेत्र में व्यवस्था परिर्वतन यात्रा निकालने पर सहमति बनाई गई. साथ ही यह कहा गया कि इच्छुक पार्टी के नेताओं को अपने अपने क्षेत्र में चुनावी तैयारियों में जुट जाने को कहा गया है.

झारखंड में 24 सालों में नहीं बदली व्यवस्था

झारखंड गठन के 24 साल हो गए. इस दौरान कई दल सता में आए और गए लेकिन झारखंड में व्यवस्था नहीं बदली. आज राज्य की जनता अपनी छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर परेशान है लेकिन उनकी कोई सुनने वाला नहीं है. प्रदेश में हर दिन जमीन का झगड़ा, मारपीट, हत्या की खबरें आम हैं.

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से जनता परेशान हैं. जिसके बाद आप के प्रदेश संयोजक प्रेम कुमार ने कहा कि व्यवस्था बदलाव यात्रा के जरिए ही पूरे 81 सीटों में 24 साल का हिसाब किताब होगा.
बता दें कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने झारखंड लोकसभा चुनाव में एक भी उम्मीदवार नहीं उतारा था.

राजद भी 22 सीटों पर चुनाव लड़ने का किया है एलान

6 जुलाई को लालू यादव की पार्टी राजद ने प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया गया था. जहां राजद के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव ने कहा था कि पार्टी इस बार के विधानसभा नें 22 सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेगी.

उस दौरान संजय सिंह ने कहा था कि पार्टी ने समीक्षा बैठक के दौरान कहा था कि प्रदेश में 22 विधानसभा सीटों को चिन्हित किया है और वहां के लिए प्रत्याशियों के संभावित नाम भी फाइनल कर लिए है, अब अंतिम फैसला पार्टी सुप्रीमों लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव को करना है,

वहीं उनके इस बयान के बाद बवाल मच गया था. जिसके बाद कांग्रेस और झामुमो ने राजद के इस बयान पर जमकर निशाना साधा था. उस दौरान कांग्रेस प्रवक्ता सोनल शांति ने कहा था कि राजद को 22 सीटों पर नहीं बल्कि 81 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहिए ताकि इसका फायदा महागठबंधन को मिलेगा.

2019 में 7 सीटों पर राजद ने उतार था उम्मीदवार

साल 2019 के विधानसभा चुनाव में राजद, कांग्रेस औप झामुमो के साथ महागठबंधन में लड़ा था. तब राजद को सिर्फ सात विधानसभा सीट मिली थी, तब झामुमो को 43 और कांग्रेस को 31 सीटें मिली थी.

अगर इंडिया गठबंधन की ये दो पार्टियां झारखंड विधानसभा में अलग से उम्मीदवार देकर चुनाव लड़ती भी है तो कोई खास नुकसान इंडिया ब्लॉक को नहीं होगा.

इसकी वजह है पिछले चुनाव में राजद ने 7 सीटों पर उम्मीदवार उतारा था जिसमें केवल एक पर जीत हासिल हुई थी जबकि अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने चुनाव ही नहीं लड़ा था.

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