प्रयागराज महाकुंभ में आये नागा साधु प्रमोद गिरी महाराज रोजाना कड़ाके की सर्दी में तड़के 4 बजे 61 घड़े पानी से स्नान करते हैं. यह उनका हठ योग का तरीका है.
नागा साधु ने बताया कि आम तौर पर घड़ा स्नान की यह प्रक्रिया 41 दिनों तक चलती है लेकिन, महाकुंभ में जगह और समय की कमी की वजह से हमने इसे घटाकर 21 दिनों का कर दिया है. पहले दिन 51 घड़े के पानी से नहाए थे. अब बढ़कर 61 घड़़ा हो गया है.
उन्होंने बताया कि किसी दिन 2 तो किसी दिन 1 घड़े की वृद्धि के साथ यह प्रक्रिया चलती रहेगी.
अंतिम दिन हम 108 घड़ा पानी से स्नान करेंगे. प्रमोद गिरी महाराज का दावा है कि वह ऐसा किसी दिखावे या स्वार्थ के लिए नहीं करती बल्कि जनकल्याण और जगकल्याण की खातिर हठयोग करते हैं.
यह उनको अपने गुरु से विरासत में मिली है.
#WATCH | Mahakumbh 2025 | Prayagraj, Uttar Pradesh: Naga Sadhu Pramod Giri Maharaj says, “… The ritual bath with pots typically lasts for 41 days, but due to constraints of space and time at the Maha Kumbh Mela, we have reduced it to 21 days. From the very first day, the ritual… pic.twitter.com/GIhKT4r2HQ
— ANI (@ANI) January 7, 2025
कैसे होता के घड़ा स्नान
नागा साधु प्रमोद गिरी महाराज ने बताया कि मैं एक जगह बैठ जाता हूं. फिर मेरे शिष्य मेरे ऊपर घड़े से पानी डालते हैं. यह गंगाजल है जिन्हें रात में ही भर लिया जाता है.
उन्होंने कहा कि मैं मानवता और समाज कल्याण के लिए हठ योग करता हूं. इसके पीछे हमारा कोई स्वार्थ नहीं है.
उन्होंने कहा कि सनातन की खातिर जब भी जरूरत होगी हम मौजूद रहेंगे. हमारे एक हाथ में माला है तो दूसरे हाथ में भाला. मुगल काल में भी हमने सनातन की रक्षा के लिए कई युद्धों में हिस्सा लिया.
अब भी जरूरत पड़ेगी तो भाला उठायेंगे.
14 जनवरी को होगा शाही स्नान
प्रमोद गिरी महाराज ने बताया कि हम नागा साधु 14 जनवरी को अपना पहला शाही स्नान करेंगे.
यह अनुष्ठान मेरे लिए सबसे चुनौतीपूर्ण होगा. मै उस दिन पहले यही अनुष्ठान करूंगा और फिर शाही स्नान करूंगा.
गौरतलब है कि प्रयागराज महाकुंभ में आये एक अन्य साधु ने पिछले 5 साल से अपना बायां हाथ हवा में उठा रखा है तो एक साधु 32 साल से नहीं नहाए हैं.