दिल्ली का नया सीएम कौन होगा.
यह सवाल 8 फरवरी को आए चुनाव नतीजों के बाद से ही सबके जेहन में है. रिपोर्ट्स हैं कि 16 फरवरी को बीजेपी विधायक दल की बैठक हो सकती है जिसमें दिल्ली के नए मुख्यमंत्री का चयन कर लिया जाएगा.
विधायक दल का नेता चुने जाने के तुरंत बाद ही शपथ ग्रहण समारोह की तारीख भी सामने आ जाएगी.
कहा जा रहा है कि विधायक दल की बैठक में जिस व्यक्ति को भी नेता चुना जाएगा, उस पर पीएम मोदी की सहमति ली जाएगी. 18 फरवरी को नए मुख्यमंत्री का शपथ ग्रहण संभव है.
गौरतलब है कि हालिया संपन्न विधानसभा चुनावों में भाजपा ने 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल करके स्पष्ट जनादेश हासिल किया था.
11 साल से दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी 22 सीटें ही जीत पाई थी.
अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन, सोमनाथ भारती और सौरभ भारद्वाज जैसे आप के कई दिग्गज नेता चुनाव हार गए. बीजेपी के प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल को हराया.
सीएम पद के लिए सबसे प्रबल दावेदार भी प्रवेश वर्मा को ही समझा जा रहा है. हालांकि, और भी कई नाम रेस में हैं.
पीएम के लौटने पर नियुक्त होगा पर्यवेक्षक
रिपोर्ट्स के मुताबिक पीएम मोदी के 2 दिवसीय अमेरिका दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री का नाम तय करने के लिए पर्यवेक्षक की नियुक्ति की जाएगी.
16 फरवरी को विधायक दल की बैठक हो सकती है. 18 फरवरी को सीएम का शपथ ग्रहण हो सकता है. बैठक में सीएम के नाम का प्रस्ताव रखा जाएगा. अनुमोदन होने के बाद पार्टी के वरीय नेता इसका ऐलान करेंगे.
प्रवेश वर्मा के अलावा विजेंद्र गुप्ता, स्मृति ईरानी, बांसुरी स्वराज और मनोज तिवारी का नाम भी मुख्यमंत्री पद की रेस में है.
बीजेपी ऐसा सीएम चाहती है जिससे सारे समुदायों को साधा जा सके. दिल्ली में पंजाबी, जाट, पूर्वांचली और नौकरी पेशा लोगों की बड़ी आबादी रहती है.
भाजपा ने दिल्ली में 48 सीटों पर जीत दर्ज की
गौरतलब है कि 5 फरवरी को दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान हुआ था.
8 फरवरी को नतीजों का ऐलान किया गया.
भारतीय जनता पार्टी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर स्पष्ट जनादेश हासिल किया. वहीं, 11 साल से सत्ता में रही आम आदमी पार्टी को महज 22 सीटें ही मिल पाई. भाजपा ने दिल्ली की सत्ता पर 27 साल बाद वापसी की. देखना दिलचस्प होगा कि मुख्यमंत्री कौन बनता है.